बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा रद्द होगी. इस संबंध में खबर है कि जांचकर्ताओं ने सरकार से अनुशंसा कर दी है. इस मामले में ताजातरीन घटनाक्रम यह है कि एसआईटी ने डाटा इंट्री आपरेटर को गिरफ्तार किया है.
परीक्षा रद्द होने की मांग विभिन्न छात्र संगठनों ने भी की थी. गौरतलब है कि विगत 29 जनवरी व 5 फरवरी को दो चरणों की परीक्षा हुई थी. जिसमें प्रश्नपत्र लीक होने की खबर मीडिया में आयी थी.
हालांकि तब आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार और सचिव परमेश्वर राम ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था कि पर्चा लीक हुआ है. जबकि सच्चाई यह थी कि दोनों चरणों की परीक्षा में पेपर लीक हुए थे. व्वाह्टसऐप पर लोगों के भेजे गये थे.
इधर सूत्रों का कहना है कि इस परीक्षा के लिए चार सेट में प्रश्नपत्र तैयार किये गये थे और ये चारों सेट परीक्षा के पहले ही लीक हो गये. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने जब ट्विटर व वाट्सएप पर प्रश्नपत्र और बीएसएससी द्वारा तैयार किये गये प्रश्नपत्रों का मिलान किया, तो यह खुलासा हुआ. इसके बाद इओयू ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट मंगलवार को डीजीपी को सौंप दी.
उधर इस मामले में परमेश्वर राम के खिलाफ जांच चल रही है और हो सकता है कि उनके खिलाफ आय से अधिक दौलत मामले में एफआईआर भी दर्ज हो जाये.