पटना में फिर CAA-NPR के खिलाफ लगी दाहड़
CAA-NPR के खिलाफ पटना में शनिवार को लोकतांत्रिक जन पहल के अनशन में अनेक हेवी वेट शख्सियत का जुटान हुआ.गांधी मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार के नये नागिरकता कानून व एनपीआर के खिालफ दहाड़ लगाई गयी.
लोकतांत्रिक जनपहल की संयोजक कंचन बाला की पहल पर आयोजित इस आयोजन में जहां विभिन्न सामाजिक संगठनों के रसूखदार लोग शामिल हुए तो अनेक राजनीतिक हस्तियों ने भी अपनी हाजिरी दर्ज कराई. इस अवसर पर अबुल कलाम रिसर्च फाउंडेशन के प्रमुख मौलाना अनीसुर रहमान कासमी ने चुनौतीपूर्ण लहजे में कहा कि हम केंद्र के जनविरोधी इस कानून को कत्तई स्वीकार नहीं करेंगे और हम इस कानून के खात्मे तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
वहीं इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक अखत्रुल इस्लाम शाहीन भी शामिल हुए और उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने पहले ही शपथ ले लिया है कि उनके दल का कोई सदस्य अपनी नागरिकता साबित करने के लिए कोई कागजात जमा नहीं करेंगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस काले कानून के खिलाफ उनकी पार्टी आगे और आंदोलन की तैयारियां कर रही है.
लोकतांत्रिक जनपहल ने किया अनशन
इस अवसर पर जमात इस्लामी के बिहार के प्रमुख मौलाना रिजवान इस्लाही ने कहा कि लोकतांत्रिक जन पहल के आह्वान पर आयोजित यह अनशन आम लोगों की आवाज है. हमारा पूरा समर्थन लोकतांत्रिक जन पहल के साथ है.
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उधर इस आयोजन के दौरान इस बात पर गंभीर चिंता जताते हुए सामाजिक कार्यकर्यता इश्तायाक अहमद ने कहा कि पिछले दिनों नागिरकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में पुलिस बेगुनाहों को अरेस्ट कर रही है. उन्होंने इसके लिए पटना पुलिस की आलोचना करते हुए चेतावनी दी कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस की तरह जुल्म करने की दिशा में बढ़ रही है.
अनशन की आयोजक कंचन बाला ने कहा कि भारत के आम नागरिकों के खिलाफ मोदी सरकार के काले कानून को हम किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में लगातार लोग जुड़ते जा रहे हैं जिससे साफ पता चलता है कि नागिरकता कानून के खिलाफ लोगों में कितनी नाराजगी है.