कुमार अनिल

जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, मुद्दे भी स्पष्ट हो रहे हैं। राजद ने जाति गणना को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। इस सवाल पर भाजपा मुंह छिपाती नजर आ रही है, जबकि जदयू अभी तक कनफ्यूज है। अब तक हुए चुनावों में जदयू के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनका विकास मुद्दा रहा है। लेकिन इस बार विकास मुद्दा नहीं बन पा रहा है। इसके विपरीत रोजगार नहीं मिलने, लगातार आय घटने, खेती चौपट होने से लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

जाति गणना को लेकर राजद की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कल नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद से राजद में उत्साह देखा जा रहा है, जबकि भाजपा में खामोशी है। जदयू में खुशी नहीं दिख रही है। वे जाति गणना पर जोर से इस वजह से भी नहीं बोल रहे हैं कि इससे भाजपा से दूरी बढ़ सकती है। भाजपा में खामोशी का कारण उसका सवर्ण आधार है। भाजपा का जनाधार जाति गणना नहीं चाहता। इसलिए वे इस सवाल पर मौन में चले गए हैं। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह लगातार हिंदू-मुस्लिम कर रहे हैं, लेकिन जनता में उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। कुल मिला कर आज की तारीख में राजद आक्रामक है और भाजपा-जदयू सुरक्षात्मक स्थिति में है।

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राजद ने कहा राजद की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बिहार आरक्षण संशोधन कानून को रद्द करने के पटना HC के आदेश के विरुद्ध नोटिस जारी किया । तेजस्वी यादव ने बिहार में जातीय गणना की लड़ाई लड़ी और गणना करवाया। तेजस्वी यादव ने जाति आधारित गणना के आँकड़ों के अनुसार आरक्षण 65% तक बढ़ाया। तेजस्वी यादव ने ही आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने का माँग उठाया। अब जब आरक्षण पर आँच आया तो तेजस्वी यादव ही आरक्षण बचाने की लड़ाई न्यायालय में लड़ रहे हैं। बाक़ी बीच में बहुत लोग आए और गए! हज़ार तरह से आरक्षण बढ़ाने और जाति आधारित गणना का क्रेडिट भी लेने की होड़ में रहें! आरक्षण के नाम पर चुनाव भर खूब फुदकते भी रहें! लेकिन शुरू से अंत तक एकदम स्पष्ट और मज़बूती से जाति आधारित गणना कराने से लेकर आरक्षण बढ़ाने और उसको बचाने तक तेजस्वी यादव तन कर खड़े हैं! तो दलित-पिछड़ा-आदिवासी समाज बरसाती मेंढक और एक मज़बूत नेता में फ़र्क़ जानता है! तेजस्वी यादव की लड़ाई और बलिदानों को दलित-पिछड़ा-आदिवासी समाज देख रहा है! बरसाती मेंढकों को अब नाला ढूँढ लेना चाहिए क्योंकि दलित-पिछड़ा-आदिवासी समाजएक तेजस्वी भोर का स्वागत करने को तैयार है।

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By Editor


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