IAS Mohammad Mohsin के निलंबन पर CAT ने लगाई रोक, चुनाव आयोग का हुआ छीछालेदर
अपने अधिकारों का दुरूपयोग कर IAS Mohammad Mohasin को निलंबित करने वाले चुनाव आयोग को बेइज्जत होना पड़ा है.
सेंट्रल एडमिन्सट्रेटिव ट्रिब्युनल CAT ने प्रधान मंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर की जांच करने वाले IAS अफसर Mohammad Mohasin के निबंन पर रोक लगा दी है.
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गौरतलब है कि 16 अप्रैल को IAS Mohammad Mohasin को चुनाव आयोग ने निलंबित कर दिया था. आयोग का तर्क था कि एसपीजी सुरक्षाप्राप्त लीडर के हेलिकॉप्टर की जांच करना उचित नहीं था. आयोग के इस फैसले के बाद देश भर में कड़ी प्रतिक्रिया जताई गयी थी. राहुल गांधी ने भी इस फैसले की आलोचना की गयी थी. कुछ लोगों ने याद दिलाया था कि ट्रेफिक नियम का उल्लंघन करने पर तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी को चालान काटने वाली आईएएस किरण बेदी को इंदिरा ने उनके साहस की तारीफ की थी.
IAS Mohammad Mohasin ने अपने निलंबन की शिकायत CAT में की थी.CAT ने अपने आदेश में साफ कहा है कि IAS Mohammad Mohsin को बिना किसी विवाद के उनके पद पर बहाल किया जाये. यह आदेश CAT के सदस्य केबी सुरेश ने दिया है.
IAS Mohammad Mohsin ने कैट को दिये अपने आवेदन में कहा है कि उन्होंने हेलिकॉप्टर की न तो जांच की और ना ही विडियोग्राफी का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी जांच करता भी है तो वह नियमों का उल्लंघ नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें निलंबित करके एक खास राजनीतिक दल को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गयी. उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि अगर कोई अधिकारी जांच करता है तो उसके साहस की प्रशंसा चुनाव आयोग को करनी चाहिए क्यों प्रधान मंत्री भी कानून से ऊपर नहीं हैं.
इस मामले में चुनाव आयोग ने बस इतना कहा है कि मोहसिन के खिलाफ अब अनुशास्नात्मक कार्रवाई की जायेगी.
गौरतलब है कि ओडिसा के संबलपुर में मोहम्मद मोहसिन को चुनाव आयोग ने तैनात किया था. वह कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर हैं और बिहार के रहने वाले हैं.