खनन घोटाला मामले में यूपी के दो IAS अधिकारियों के घर पर CBI का छापा, 57 लाख बरामद
उत्तर प्रदेश में खनन घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुलंदशहर के जिलाधिकारी (DM) अभय कुमार सिंह और देरिया के डीएम देवीशरण उपाध्यया के घर छापामारी कर 57 लाख रुपये रिकवर किया है.
इस मामले में CBI ने बुलंदशहर, लखनऊ, फतेहपुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, नोएडा, गोरखपुर, देवरिया में छापेमारी की.
इस मामले में बुलंदशहर और देवरिया के डीएम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. आज तक की वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक रिकवर की गयी राशि को गिनने के लिए मशीन मंगाई गयी थी.
अभय सिंह, सितंबर 2013 से लेकर जून 2014 तक फतेहपुर के डीएम रह चुके हैं और वह 2007 बैच के यूपी कैडर के IAS अधिकारी हैं. वह बुलंदशहर के अलावा फतेहपुर, रायबरेली और बहराइच के भी डीएम रह चुके हैं.
सूत्रों की मानें तो 2012 और 2016 के बीच कुल 22 टेंडर पास किए गए थे, जो विवाद में आए. इन 22 में से 14 टेंडर तब पास किए गए थे, जब खनन मंत्रालय अखिलेश यादव के पास ही था. बाकी के मामले गायत्री प्रजापति के कार्यकाल के हैं.
इस मामले में सीबीआई ने पहले ही गायत्री प्रजापति के अलावा IAS अधिकारी बीएस चंद्रकला के घर पर भी छापे डाले थे. बीएस चंद्रकला बिजनौर और मेरठ की डीएम भी रह चुकी हैं और वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फालोअर्स हैं.
गौरतलब है कि खनन घोटाला मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. हाई कोर्ट ने जनहित याचिकाओं के दाखिल होने के बाद इस मामले में जांच का आदेश दिया था.
सूत्रों का कहना है कि खनन मामले में अभी और भी खुलासे होने बाकी हैं. समझा जाता है कि इस मामले में अभी भी सीबीआई के रडार पर कई अधिकारी और नेता हैं.