केन्द्र सरकार ने खुफिया ब्यूरो (आईबी) के पूर्व निदेशक दिनेश्वर शर्मा को जम्मू एवं कश्मीर में भारत सरकार का प्रतिनिधि नियुक्त किया है, ताकि वह जम्मू एवं कश्मीर राज्य के निर्वाचित प्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों तथा संबंधित व्यक्तियों के साथ बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकें.वे जम्मू एवं कश्मीर के सभी वर्गों खासकर, युवाओं के साथ समग्र वार्ता करेंगे. उनकी अपेक्षाएं तथा आकांक्षाएं जानकर राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को अवगत कराएंगे.
नौकरशाही डेस्क
यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जम्मू एवं कश्मीर के लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए किए गए विभिन्न उपायों के बाद उठाया गया है. उल्लेखनीय है कि 07 नवंबर, 2015 को श्रीनगर की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के समग्र विकास के लिए 80,068 करोड़ रूपये के एक पैकेज की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री समय-समय पर राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलते रहे हैं. उनसे जम्मू एवं कश्मीर में शांति एवं विकास के मुद्दे पर सुझाव प्राप्त किए हैं. उन्होंने कहा था कि ‘न गाली से समस्या सुलझने वाली है, न गोली से समस्या सुलझने वाली है, समस्या सुलझेगी हर कश्मीरी को गले लगाकर के’.
वहीं, नियुक्ति के बाद दिनेश्वर शर्मा ने कहा, ‘मैं 8-10 दिनों में कश्मीर जाऊंगा. पहले देखूंगा की चीजों को आगे कैसे ले जाया जा सकता है. हमारी प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने और एक स्थायी समाधान खोजने की है. उम्मीद है कि भारत सरकार ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने के साथ ही राज्य के लोगों की अपेक्षाओं को भी पूरा करने की कोशिश करूंगा.
बता दें कि दिनेश्वर शर्मा केरल कैडर के 1979 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर हैं. उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान जम्मू कश्मीर, केरल, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और नागालैण्ड राज्यों के अलावा आईबी मुख्यालय में अतिरिक्त निदेशक और विशेष निदेशक के तौर पर भी कार्य किया है. उनका सुरक्षा संबंधित एवं जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में गहन अनुभव है.