चंपारण के चनपटिया स्टार्टअप जोन चंपारण के छोटे उद्यमियों और युवाओं के लिए एक सफल और अवसर का मार्ग प्रशस्त करता है।
उद्योग विभाग ने बाजार आधारित/जुड़े हुए संधारणीय, समावेशी, मापनीय और अनुकरणीय क्लस्टर विकास पद्धति को अपनाया है, जहाँ प्रारंभिक इकाई की स्थापना और निवेश एंकर यूनिट (प्रमुख फर्म) द्वारा किया जाना है। इसके अलावा, सामान्य सुविधा केंद्रों और प्रशिक्षण सहायता सहित प्रमुख निवेशों का ध्यान राज्य सरकार द्वारा रखा जाना चाहिए।
इसका उदाहरण चंपारण का चनपटिया स्टार्टअप जोन है।
ज्ञात हो कि एपी पाठक शुरू से ही चंपारण में एमएसएमई और छोटे उद्योग के स्थापना और युवाओं के रोजगार के लिए प्रयासरत रहे है।अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से उन्होंने सैकड़ों लोगों के स्वरोजगार में महती भूमिका निभाया।
चंपारण में बेत्तिया, रामनगर, चनपटिया,कुमारबाग, हरनाटांड में बिहार सरकार उद्योग विभाग की जमीन है।
कोरोना के बाद चंपारण के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बाद पश्चिम चंपारण के तत्कालीन जिलाधिकारी कुंदन कुमार के प्रयासों से चनपटिया में स्टार्टअप जोन की स्थापना हुई थी जिसमे बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक और पुर्व नौकरशाह भारत सरकार श्री एपी पाठक ने काफी सहयोग किया था।
स्टार्टअप जोन का कई दफा विजिट किया और उनके उन उद्यमियों के द्वारा निर्माणित वस्तुओं का बाजार उपलब्धता में महत्वपूर्ण भागीदारी का निर्वहन किया था।
एपी पाठक ने इस सिलसिले में तत्कालीन जिलाधिकारी के साथ कई दफा मीटिंग भी किया था। आपको ज्ञात हो कि पूर्व नौकरशाह एपी पाठक रामनगर, नरकटियागंज और बगहा के कई नव उद्यमियों से अपने ट्रस्ट द्वारा मीटिंग की जिसमें उन उद्यमियों ने उनसे स्टार्टअप जोन चनपटिया की भांति उपरोक्त जगहों पर स्टार्टअप खोलने हेतु निवेदन किया।
एपी पाठक ने चिन्हित और बियाडा के जगहों का अवलोकन भी किया। साथ ही बहुत सारे बैंकों के पदाधिकारियों से बात भी की ताकि उद्यमियों को वित्तीय सहायता मिल सके।
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इस सिलसिले में एपी पाठक ने बिहार सरकार से अपील की है कि स्टार्टअप जोन चनपटिया के ही भांति रामनगर, बगहा और नरकटियागंज में उद्योग विभाग की जमीन पर स्टार्टअप जोन की ही भांति उद्योग धंधा विकसित हो ताकि वहां के स्थानीय युवकों/युवतियों को रोजगार मिल सके।