चर्चित IPS अमिताभ को किया जबरन रिटायर, गाड़ी लौटाई

IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर को सरकार ने जबरन रिटायर कर दिया। बेबाकी के लिए चर्चित अमिताभ ने दो दिन पहले भी एक दुकानदार को पीटे जाने के विरोध में आवाज उठाई थी।

गृह मंत्रालय के आदेश में अमिताभ ठाकुर को अपने कार्य में अनुपयुक्त पाते हुए लोकहित में उन्हें जबरन रिटायर करने का आदेश दिया गया है। रिटायर किए जाने के बाद उन्होंने तुरत सरकारी गाड़ी और ड्राइवर वापस कर दिए। अभी दो दिन पहले अमिताभ ठाकुर ने यूपी के महाराजगंज में एक दुकानदार को पुलिसकर्मियों द्वारा पीटे जाने के खिलाफ सवाल उठाया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था।

अमिताभ ठाकुर की बेबाकी नई नहीं है। वे पहले भी खुलकर बोलते रहे हैं। इस वजह से हमेशा उन्हें ट्रांसफर का सामना करना पड़ा। जहां पदास्थापित हुए, वहीं सुधार की कोशिश की। खुलकर अपनी राय रखी। इससे कई बार सरकार की किरकिरी भी होती रही है। उनकी खासियत यह है कि कोई भी आम आदमी उन तक अपनी बात पहुंचा सकता है। महाराजगंज के मामले में भी दुकानदार ने उन्हें लिखकर सबकुछ बताया था कि किस प्रकार उसे बेवजह पीटा गया।

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सरकार द्वारा जबरन रियार करने की जानकारी खुद उन्होंने ट्विट करके बताई। लिखा-अमिताभ ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाये रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत किये जाने का निर्णय लिया गया है।

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अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे अपनी ड्यूटी करने के साथ ही कविता भी लिखते रहे हैं। लेखक भी हैं। वर्तमान भाजपा सरकार के पहले पिछली अखिलेश सरकार में भी वे इसी तरह खुलकर बोलते थे। उनका मुलायम सिंह से विवाद का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद भी अमिताभ ठाकुर अखिलेश सरकार की आलोचना करते रहे।

अमिताभ ठाकुर के साथ ही यूपी के दो अन्य आईपीएस अधिकारियों को भी जबरन रिटायर कर दिया गया है।

By Editor