चीफ सेक्रेटरी का सेवा विस्तार किस IAS का करेगा सपना चकनाचूर
नौकरशाही के गलियारे में सुगबुगाहट है कि बिहार के चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार को तीसरी बार सेवा विस्तार मिल सकता है. ऐसा हुआ तो कौन से दो IAS फसरों का सपना चूर होगा?
अगर चे हर IAS अफसर का सपना होता है कि वह एक दिन राज्य का मुख्य सचिव बने. मुख्यसचिव बनने का सीधा मतलब है कि वह नेक्सट टु चीफ मिनिस्टर की हैसियत का होगा. राज्य के तमाम आईएएस अफसर, हर महकमे के सचिव, हर जिले के कोलेक्टर उनके मातहत काम करते हैं.
लेकेिन चीफ सेक्रेटरी बनने की राह इतनी आसान नहीं होती. एक आईएएस अफसर के लिए यह जरूरी है कि वह चीफ मिनिस्टर का विश्वासपात्र खुद को साबित करे. लेकिन ज्यादातर आईएएस अफसर इस कसौटी पर खरे नहीं उतर पाते.
यही कारण है कि कुछ आईएएस अफसर रिटायरमेंट की उम्र प्राप्त करने का बावजूद एक्सटेंशन यानी सेवा विस्तार प्राप्त करते रहते हैं. ऐसे में उनसे थोड़े जूनियर दूसरे अफसर रिटायर होते चले जाते हैं. और उनका सीएस बनने का सपना चकनाचूर हो जाता है.
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मौजूदा चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ( IAS Deepak Kumar 1984 बैच) उन नौकरशाहों में से हैं जिन्हें नीतीश सरकार ने अब तक दो सेवा विस्तार दे दिया है. अब चर्चा है कि उन्हें तीसरा सेवा विस्तार मिल सकता है और वह आगामी अगस्त 2021 तक चीफ सेक्रेटरी के पद पर डटे रह सकते हैं.
अब सवाल है कि दीपक कुमार को अगर लगातार तीसरा सेवा विस्तार मिलता है तो वह निर्धारित कार्यकाल से डेढ़ साल ज्यादा सेवा कर चुके होंगे. ऐसे में वे अधिकारी जो उनसे थोड़े से जूनियर हैं उनका चीफ सेक्रेटरी बनने का सपना धरा का धरा रह जायेगा.
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कम से कम ऐसे दो आईएएस अफसर हैं. एक त्रिपुरारी शरण ( Tripurari Sharan, IAS) औऱ दूसरे अरुण कुमार सिंह ( IAS Arun Kumar Singh) 1985 बैच के अफसर अरुण कुमार 31 अगस्त 2021 को रिटायर कर जायेंगे. जबकि अरुण कुमार सिंह Arun kumar Singh IAS 1985) 30 जून 2021 को रिटायर कर जायेंगे.
ऐसे में न तो त्रिपुरारी शरण का और न ही अरुण कुमार सिंह का चीफ सेक्रेटरी बनने का सपना पूरा हो सकेगा. यहां यह भी याद रखने की बात है कि अगर दीपक कुमार, को पहला सेवा विस्तार फरवरी 2020 में न मिला होता तो अरुण सिंह या त्रिपुरारी शरण कम से कम डेढ़ साल तक चीफ सेक्रेटरी के पद पर रह सकते थे, बशर्ते की उनकी सिनयरिटी के आधार पर उन्हें यह पद मिल गया होता.
दीपक कुमार में क्या है खास
दीपक कुमार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुरबत काफी पुरानी है. मुख्यमंत्री के सचिव रहते हुए दीपक कुमार भरोसमंद नौकरशाहों की सूची में जगह बाने में सफल हुए थे.
पते से दीपक कुमार फरवरी 2020 में ही रिटायर होने वाले थे. उन्हें पहला सेवा विस्तार तब मिल गया. दूसरा सेवा विस्तार अगस्त 2020 में उन्हें मिल चुका है.
कुल मिला कर अगर दीपक कुमार को तीसरा एक्सटेंशन मिल जाता है, जो कि करीब करीब तय सा है तो अनेक आईएएस अफसरों की किस्मत के ताले बंद हो जायेंगे.