लोक जनशक्ति पार्टी(LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष Chirag Paswan ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर NEET और JEE परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग की है. चिराग पासवान ने दो पन्ने का एक पत्र लिखा है. जिसमें कोरोना संक्रमण  और बाढ़ के कारण बच्चों को होने वाली परेशानियों के बारे में बताया है.

लोजपा अध्यक्ष और युवा नेता Chirag Paswan अब JEE Main और NEET परीक्षा स्थगित किए जाने के समर्थन में उतर आए हैं. चिराग पासवान ने देशभर के छात्रों से उठ रही मांग के पक्ष में आवाज़ उठायी है.  चिराग पासवान ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि कोरोना काल में NEET और JEE परीक्षा को फिलहाल स्थगित कर दिया जाये. उन्होंने शिक्षा मंत्री को लिखे गए पत्र को ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने बच्चों और उनके अभिववको से बात की है. बच्चों को एग्जाम देने में काफी मुश्किलें आएँगी. ऐसे में उन्होंने केंद्रीय मंत्री से गहन समीक्षा करते हुए बच्चों के हित में निर्णय लेने का आग्रह किया है.

चिराग ने इस पत्र में यह जिक्र किया है की JEE-NEET की परीक्षा में बैठने वाले सभी बच्चों के घरों में निजी वाहन नहीं है और सरकारी परिवहन सेवा ट्रेन और बस अधिकांश स्थानो पर सुचारु नहीं है. परीक्षा में बैठने वाले बच्चे बेहद गरीब परिवार से भी आते है. जिनकी आंखों में कुछ बनने का सपना है. ऐसे में वह सभी बच्चे बिना परिवहन सुविधा के परीक्षा केंद्र कैसे जा पाएंगे.

उधर अभिभावको का कहना परीक्षा दो शिफ़्ट में है. सुबह की परीक्षा में बैठने के लिए एक दिन पहले केंद्र पास कहीं रुकना पड़ेगा लेकिन होटल की भी सुविधा अधिकांश उपलब्ध नहीं है और आर्थिक स्तिथि भी ठीक नहीं है. परीक्षाओं में बैठने वाले सभी बच्चों की अधिकांश उम्र 17 से 19 वर्ष होती है. जिसके कारण इनके अभिभावक भी परीक्षा केंद्र इनके साथ जाते हैं. जिससे बड़ी आबादी संकर्मित हो सकती है.

देश के कई इलाक़े बाढ़ की चपेट में है. जिससे वहां के बच्चे मानसिक रूप से बेहद परेशान है और बाढ़ ग्रस्त इलाक़ों से परीक्षा केंद्र पहुंचना खुद में एक परीक्षा है. कई बच्चे ऐसे हैं जिन्हें कोरोना है या लक्षण है उनका क्या होगा यह भी स्पष्ट नहीं है. JEE और NEET के परीक्षा में लगभग 25 लाख बच्चे शामिल होंगे और लगभग 1.5 करोड़ लोग इससे प्रभावित होंगे.

इस पत्र में नीतीश सरकार के ऊपर भी उन्होंने हमला बोला है. केंद्र को लिखे गए पत्र में चिराग ने बताया है कि बिहार में प्रति व्यक्ति आय देश में सबसे कम है. ऐसे में बिहारी बच्चे कैसे परिवहन सुविधा जुटा पाएंगे. उन्होंने कहा NEET और JEE की परीक्षा कोरोना काल में परिवहन सुविधा अतिरिक्त परीक्षा केंद्र एवं बाढ़ से प्रभाव कम होने तक और रुकने लिए होटल की सुविधा अधिकांश नहीं होने के परीक्षा स्थगित करना चाहिए.

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