देश में पहली बार कोई प्रधानमंत्री चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के घर निजी मुलाकात के लिए पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी CJI डीवाई चंद्रचूड़ के घर पहुंचे और गणेश पूजा की। इससे देश अवाक है और लोग न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर सवाल उठा रहे हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि न्यायपालिका के लिए यह अच्छा संकेत नहीं है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा प्रधानमंत्री मोदी और चीफ जस्टिस की तस्वीर के साथ लिखा-तो भारतीय गणतंत्र की यह स्थिति है। लोग यह भी कह रहे हैं कि सीजेआई और प्रधानमंत्री विशेष आयोजनों में ही मिलते रहे हैं, लेकिन इस प्रकार घर जा कर मिलना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। कई लोगों ने यहां तक कहा कि न्यायपालिका पर ही अंतिम भरोसा था, वह भी संशय में पड़ गया। सोशल मीडिया पर #NarendraModi ट्रेंड कर रहा है।

वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने PM मोदी को निजी बैठक के लिए अपने आवास पर आने की अनुमति दी, यह न्यायपालिका के लिए बुरा संकेत है। कहा कि सीजेआई ने प्रधानमंत्री मोदी को निजी मुलाकात के लिए अपने घर आने की अनुमति दी, यह जानकर अवाक हूं। यह न्यायपालिका के बुरा संकेत है, जिसकी जिम्मेदारी है कि वह कार्यपालिका से नागरिक के मौलिक अधिकारों की रक्ष करे और सरकार को संविधान के अनुसार चलने के लिए मजबूर करे। और इसीलिए न्यायपालिका तथा कार्यपालिका में एक दूरी रखी गई थी।

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बीबीसी की पत्रकार सुप्रीया सांगवान ने कहा- एक बार एक जज को मैंने एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने के लिए निमंत्रण दिया. पहले तो उनके स्टाफ़ ने काफ़ी दिन घुमाया और आख़िर में कहा कि वे नहीं आ पायेंगे क्योंकि आयोजक का एक केस सुप्रीम कोर्ट में है. हालाँकि, केस उन जज की अदालत में नहीं था, लेकिन मुझे लगा कि अच्छा ही है कि एक न्यायाधीश ना सिर्फ़ निष्पक्ष है, बल्कि निष्पक्ष नज़र भी आना चाहता है. अच्छा ही है कि वे अपनी छवि का ध्यान रखते हैं. पर आज मेरा सवाल उन्हीं से है कि न्यायालय में जब लाखों मामले सरकार के होते हैं और जहां सरकार एक पार्टी है, तो कैसे कोई हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज उन्हीं नेताओं के आयोजित कार्यक्रम में, सरकार के मुखिया के आयोजित कार्यक्रम में चले जाते हैं? कैसे उन्हें अपने घर निमंत्रण देते हैं और निजी कार्यक्रम की तस्वीरें भी साझा कर लेते हैं? क्या ये एक जज की निष्पक्ष छवि को प्रभावित नहीं करता है?

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By Editor


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