बिहार बजट को राजद ने कहा जुमलेबाजी का दस्तावेज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद बजट की विशेषताओं को आठ बिंदुओं में समेटकर ट्विट किया है। इन आठ में न कृषि है, न उद्योग। राजद ने ऐसे घेरा।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बिहार विधानसभा मे आज पेश किए गए आम बजट को जुमलेबाजी का दस्तावेज बताते हुए कहा है कि उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री द्वारा आज पेश किए गए बजट में जो लोक लुभावन घोषणाएं की गई हैं, उस पर अमल कैसे किया जाएगा, इसकी कोई चर्चा नहीं है।
मंत्री जी ने अपने बजट भाषण में 20 लाख नौजवानों को रोजगार देने की घोषणा की है, पर इसके लिए क्या कार्य-योजना है, इसकी कोई चर्चा नहीं है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि लगता है सरकार को किसानों से चिढ़ है, इसीलिए कृषि मद में कुल बजट का मात्र 2.53 प्रतिशत राशि आवंटित की गई है। यही स्थिति जल संसाधन विभाग का है, जिसके लिए मात्र 3.01प्रतिशत राशि का आवंटन किया गया है।
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इस बीच खुद मुख्यमंत्री ने ट्विट करके बिहार बजट की आठ विशेषताओं का उल्लेख किया है। इन आठ विशेषताओं में न तो कृषि विभाग का जिक्र है और न ही उद्योग विभाग का। इससे भी स्पष्ट है कि रोजगार के लिए ग्रामीण आबादी के पलायन को रोकने के लिए सरकार के पास कोई विशिष्ट योजना नहीं है। कृषि ही वह क्षेत्र हैं, जहां सबसे ज्यादा रोजगार सृजित किया जा सकता था।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बजट में केवल आंकड़ों की कलाबाजी दिखाई गई है। सरकार द्वारा कुल 2,18,302-70 करोड़ का बजट पेश किया गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 6,541-21 करोड़ अधिक है। और सरकार इसे अपनी उपलब्धि बता रही है। पर हकीकत में यह केवल लोगों को गुमराह करने के लिए है। सरकार को बताना चाहिए कि पिछले वित्तीय वर्ष में पेश किए गए 2,11,761-49 करोड़ रुपये के बजट में कितनी राशि खर्च हो पाई।
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सच्चाई यह है कि अधिकांश विभाग बजट में दर्शाय गये राशि का आधा भी खर्च नहीं कर पाए ।