बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लगातार दूसरे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बगल में बैठते हैं, पर न तो विशेष राज्य का दर्जा मांगते हैं और न ही देश भर में जाति गणना कराने को कहते हैं। कहा कि आज कल मुख्यमंत्री पैर छू लेते हैं। प्रधानमंत्री का पैर छू लिया, तो इस पर हम क्या कहें।
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से भी सवाल किया कि उनको प्रधानमंत्री बनाने में बिहार ने विशेष भूमिका निभाई है। झोली भर-भर के वोट दिया। वोट लिया, तो बिहार के लिए काम भी करिए। बिहार की कितनी पुरानी मांग है विशेष दर्जा की, वही दे दीजिए। विशेष पैकेज की मांग भी पुरानी है, वह भी नहीं दे रहे हैं। ये बिहार के साथ न्याय नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार के साथ सौतेला व्यवहार न करें। उन्होंने कानून व्यवस्था पर भी मुख्यमंत्री को घेरा। कहा कि प्रदेश में बेटिया सुरक्षित नहीं रह गई हैं। आसरा गृह मं तीन-तीन लड़कियों की मौत पर चिंता जताई और कहा कि सत्ता पक्ष की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। इस बीच माले की एमएलसी शशि यादव ने आज आसरा गृह जा कर मामले की जानकारी ली।
इधर राजद नेताओं उप्र के प्रयागराज में प्रदेश सिविल सेवा के प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया। मालूम हो कि पिछले तीन दिनों से प्रयाग राज में सड़कों पर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। वे एक पेपर के लिए एक ही पारी में परीक्षा की मांग कर रहे हैं। वे परिणाम में नॉरमलाइजेशन के खिलाफ भी नारे लगा रहे हैं। तीन दिन से छात्र आंदोन कर रहे हैं लेकिन सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे बात नहीं कर रहा। प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन को यूपी में सपा, कांग्रेस ने समर्थन दिया है।