मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि राज्य में पिछले माह से ही मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना की शुरुआत हो गई है और करीब एक लाख लोगों को पेंशन मिलना भी शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल के अब्दुल बारी सिद्दीकी, आलोक कुमार मेहता, भाई बिरेंद्र, मोहम्मद नवाज आलम, यदुवंश कुमार यादव और अब्दुल गफूर तथा कांग्रेस के सदानंद सिंह और अवधेश कुमार सिंह के ध्यानाकर्षण के जवाब के दौरान हस्तक्षेप करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने 60 वर्ष के किसी भी आय वर्ग के सभी वृद्ध जिन्हें किसी तरह का पेंशन नहीं मिलता है उनके लिए एक नई योजना मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना शुरू की है। इसके लिए इस वर्ष मार्च से सर्वेक्षण का कार्य शुरू किया गया और उन्हें उम्मीद थी कि अगस्त से इस योजना को लागू कर दिया जाएगा लेकिन पिछले माह से ही एक लाख लोगों को पेंशन देना शुरू हो गया है ।
श्री कुमार ने कहा कि इस योजना के तहत अनुमान है कि 30 लाख लोगों को लाभ मिलेगा और इसके लिए 1800 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आवश्यकता होगी । उन्होंने कहा कि बिहार की जो आर्थिक स्थिति और सामर्थ्य है उस हिसाब से इस योजना को लागू किया गया है। बिहार की तुलना तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे विकसित राज्यों से नहीं की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की प्रति व्यक्ति आय 38 हजार आठ सौ रुपए के आसपास है जो राष्ट्रीय औसत से काफी कम है जबकि तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इसी कारण वह बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते आ रहे हैं।