केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपी बेटे को गिरफ्तार करो, नीतीश कुमार शर्म करो और हिंदूृ-मुस्लिम एकता जिंदाबाद के गगनचूंबी नारों के साथ पटना में हजारों लोगों अम बाहाली के लिए मार्च निकाला.
पिछ पंद्रह दिनों से राज्य के आठ जिलों में साम्प्रदायिक गुंडागर्दी, आगजनी व लूट-पाट की घटनायें हो रही हैं. इससे अमन पसंद लोगों में सरकार के नाकारेपन के खिलाफ भारी आक्रोश जताते हुए पटना के गांधी मैदान के पास गांधी मूर्ति से निकला यह मार्च कारगिल चौक के सीमप आ कर सभा में बदल गया.
हम बिहार के लोग बैनर से निकाले गये इस जुलूस में जहां नीतीश सरकार के नकारेपन को निशाना बनाया गया वहीं केंद्र सरकार के मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा भागलपुर में दंगा भड़काये जाने और उन पर केस होने के बावजूद गिरफ्तार नहीं किये जाने पर भारी नराजगी जताई गयी.
इस मार्च में जहां बड़ी संख्या में पत्रकार, कलाकर, जनमंच से जुड़े लोग, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए वहीं काफी संख्या में घरेलू महिलायें और बच्चे भी शामलि हुए.
इस माचर्च में रुपेश कुमार, सत्य नारायण मदन, अनीश अंकुर, जयप्रकाश यादव, नैयर फातिमी, अरशद अजमल, नवेंदु, निवेदिता, आलोक धन्वा, मणिकांत ठाकुर, विनीत कुमार, फादर मंथरा, सत्येंद्र सिन्हा, मनीष रंजन समेत सैकड़ों जाने पहचाने चेहरे मौजूद थे.
गौरतलब है कि रामनवमी के दिन से सम्स्तीपुर, नवादा, औरंगाबाद, भागलपुर, दरभंगा और मुंगेर आदि जिलों में भारी आगनजनी और पत्थराव की घटनाये हुईं. कुछ जगहों परे निषेध आज्ञा भी लगाया गया. इन दंगों में भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया वहीं भागलपुर मे दंगा भड़काने के आरोप में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे पर एफआईआर दर्ज हुई है लेकिन अब तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पायी है.