राज्य सरकार की विफलता का ही नतीजा है कि पिछले पांच दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या ढाई गुणा बढ़ गयी है.
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर कहा कि यह राज्य सरकार की विफलता का ही नतीजा है कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या अचानक इतनी बढ़ गयी है.
राज्य भर में स्वास्थ्यकर्मियों के पास न मास्क है और न ही पीपीइ किट. जांच की रफ्तार भी बहुत धीमी है.उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले पांच दिनों में ही ढाई गुना से अधिक कोरोना मरीज बढ़ गए हैं. बीते 19 अप्रैल को जहां बिहार में महज 78 मामलों की पुष्टि हुई थी वहीं 25 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक अब ये बढ़कर 225हो गई है.
ललन ने कहा कि शुक्रवार को एक दिन में कोरोना के सर्वाधिक 53 संक्रमित पाए गए थे. जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. दो पटना के हैं . सर्वाधिक 31 लोग जमालपुर (मुंगेर), दो बिहारशरीफ (नालंदा) एक अस्थावां (नालंदा), 12 बक्सर और एक बांका के बिशुनपुर, दो औरंगाबाद से जबकि मधेपुरा और सारण से एक-एक मामले सामने आए थे.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही शुक्रवार को मधेपुरा और औरंगाबाद से पहली बार संक्रमितों के मामले सामने आए. कोरोना प्रभावित जिलों की संख्या 22 हो गई है