कांग्रेस ने BJP की बखिया उधेड़ी, पूछा ये राष्ट्रवाद है या आतंकवाद
आज कांग्रेस ने BJP के खिलाफ संघर्ष को एक नया मुकाम दे दिया। उसके हिम्मत की दाद दीजिए। दिल्ली की सड़कों पर होर्डिंग लगा कर पूछा ये राष्ट्रवाद है या आतंकवाद?
जब देश के किसी मीडिया चैनल ने कांग्रेस के सवालों को दिखाने से इनकार कर दिया, एक टेलिग्राफ अखबार को छोड़कर हजारों अंग्रेजी-हिंदी अखबारों ने छापने से इनकार कर दिया, तो कांग्रेस खुद ही अपने सवालों को बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगा कर जनता के बीच ले जा रही है। कांग्रेस ने आज दिल्ली की सड़कों पर होर्डिंग लगाई, जिसमें उदयपुर और जम्मू के आतंकवादी भाजपा नेताओं के साथ हंसते-मुस्काते दिख रहे हैं। होर्डिंग में लिखा है यह भाजपा का राष्ट्रवाद है या आतंकवाद।
कांग्रेस लगातार दो दिनों से प्रेस वार्ता करके इन आतंकवादियों का भाजपा नेताओं के साथ फोटा जारी करके सवाल कर रही है, लेकिन देश के मीडिया ने आंखें बंद कर ली हैं। कल्पना करिए, मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार होती, और देश के गृहमंत्री के पीछे कोई आतंकवादी खड़ा होता, तो यही मीडिया क्या करती! दिन-रात सरकार से सवाल करती। कोलकाता से प्रकाशित होनेवाले अंग्रेजी अखबार ने ही हिम्मत दिखाई है और फोटो लगाकर पूछा है कि यह फेक है या सत्य मिस्टर शाह? इसके अलावा बड़े -बड़े सभी अखबार चुप हैं। वे क्यों चुप हैं?
कांग्रेस ने आज दिल्ली की सड़कों पर होर्डिंग लगाई है, लेकिन मान लीजिए कि किसी मीडिया समूह में इतनी हिम्मत नहीं की इस पर खबर चलाए। हां, सोशल मीडिया में कांग्रेस इसे ला रही है। कांग्रेस की हर प्रदेश इकाई और प्रमुख नेता भी शेयर कर रहे हैं। यूपी कांग्रेस ने उसी पोस्टर के साथ लिखा-ये पोस्टर आज पूरी दिल्ली में लगे हैं। दो आतंकवादी, दोनों भाजपा सदस्य।
आज ही पवन खेड़ा ने कहा-साल 2017 में मध्यप्रदेश की वह घटना आपको याद होगी जब ATS की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक BJP आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी शामिल था। डूंगरपुर के गणेश घोघरा ने यासिन मलिक की एक खबर के साथ कहा-आतंकियों का भाजपा से पुराना नाता रहा है।
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