किसानों पर मोदी का ‘आघात’, नीतीश का ‘विश्वासघात’ – कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बिहार की कृषि व्यवस्था पर केंद्र एवं बिहार सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करते हुए आठ बिन्दुओं पर घेरा हैं.

सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा “किसानों पर मोदी का आघात – नीतीश का विश्वासघात! चाहे मंडियों को समाप्त करना हो, समर्थन मूल्य और फसल बीमा से किसानों को वंचित करना हो या जमाखोरों और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना हो, नीतीश और मोदी सरकारें किसानों से एक जैसा दुर्व्यवहार करती रही हैं”।

कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं AICC (All India Congress Committee) के महासचिव सुरजेवाला जो इन दिनों पार्टी द्वारा बिहार चुनावों के लिए गठित समिति का नेतृत्व कर रहे हैं, बिहार की कृषि व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार दोनों पर सीधे तौर पर हमला करते हुए किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है.

मुंगेर गोलीकांड पर मोदी-गोदी मीडिया चुप, भाजपा के वोटर्स में भारी नाराज़गी

सुरजेवाला ने ‘बिहार में किसानों से कुठारघात का सिलसिलेवार पर्दाफाश’ शीर्षक लगाकर केंद्र में भाजपा एवं बिहार की बीजेपी-जदयू सरकार को आठ बिन्दुओं पर घेरा है. सभी में अलग-अलग शीर्षक हैं. सुरजेवाला ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर भी जारी किया है. जानते हैं उन्होंने बिहार में कृषि वयवस्था से जुड़े किन बिन्दुओं पर सरकार को घेरा है.

1 – नीतीश सरकार में बिहार के किसानों से कुठाराघात का सिलसेवार पर्दाफाश

“बिहार ‘मक्का उत्पादन’ में देश के 3 सबसे बड़े राज्यों में है। कपटी नीतीश सरकार ने किया मक्का किसानों से छल – ₹3000 करोड़ का नुकसान पहुंचाया!”.

2 – दगाबाज मोदी सरकार ने भी मक्का किसानों से किया धोखा

“23 जून 2020 को देश में मक्का आयात पर इंपोर्ट ड्यूटी को 50% से कम कर मात्र 15% कर दिया। 5,00,000 मीट्रिक टन सस्ता मक्का विदेशों से मंगाने की छूट दे दी। इससे मक्का के किसानों के बाजार भाव और टूट गए”।

3 – 15 साल से नीतीश सरकार सीमांचल के मक्का किसान को दे रही है ‘मक्का प्रोसेसिंग प्लांट’ की झूठी पुड़िया!”.

4 – बिहार में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र खत्म

“नीतीश सरकार का किसानों के साथ गहरा षड्यंत्र- बिहार में समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र खत्म किए जा रहे है! 2015-16 में बिहार में 9,000 खरीद केंद्र 2020-21 में घटकर मात्र 1,619 जब खरीद केंद्र ही नहीं होंगे, तो किसान की फसल खरीदेगा कौन”?

5 – बिहार का धान का किसान बर्बादी की कगार पर

“बिहार में धान के किसान को जिस प्रकार लूटा जा रहा है, वह अपने आप में जदयू-भाजपा सरकार तथा बिचौलियों के गठजोड़ को उजागर करता है”।

6 – “बिहार के गेहूँ किसानों की मेहनत को बिचौलियों के हाथ बेचा नीतीश सरकार ने यही नहीं, नीतीश सरकार लगातार गेहूँ किसान से समर्थन मूल्य पर खरीद कर ही नहीं रही”।

कमलनाथ मामला: निर्वाचन आयोग को सुप्रीम कोर्ट की फटकार

7 – किसान सम्मान बनाम किसान लूट योजना

बिहार में कुल 1,60,20,000 किसान हैं (कृषि सेंसस 2015-16)। पर किसान सम्मान योजना में बिहार के केवल 56,95,342 किसानों को ही शामिल किया। क्या बिहार में बाकी किसानों का कोई अधिकार नहीं”?

8 – बाढ़ मुआवज़ा न देकर किसान को दर्द पहुंचा रही जदयू-भाजपा सरकार

“मोदी जी ने 26 जुलाई 2020 को अपनी ‘मन की बात’ में बिहार की बाढ़ की वेदना तो व्यक्त की, मगर, आज तक कोई सहायता केंद्र या राज्य सरकार से किसानों की फसलों की बर्बादी के लिए नहीं पहुंचाई गई”।

By Editor


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/naukarshahi/public_html/wp-includes/functions.php on line 5427