Corona : चार दिनों से स्थिर हैं केस, क्या पटना में आ चुका पीक?
Corona का नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है, लेकिन पटना में पॉजिटिव केस की संख्या चार दिनों से लगभग स्थिर है। तो क्या पटना में पीक आ चुका?
Corona का नया वेरिएंट ओमिक्रोन बहुत तेजी से फैलता है, यह तथ्य है, लेकिन पटना में कोरोना जांच में पॉजिटिव केस की संख्या चार दिनों से लगभग स्थिर है। स्थिर होने का अर्थ पीक माना जाता है, तो क्या पटना में कोरोना के केस कुछ ही दिनों में घटने शुरू होंगे? क्या पटना में कोरोना अब नीचे जाएगा ?
पटना में कोरोना के पॉजिटिव केस की संख्या मंगलवार को 2202 थी। बुधवार को यह संख्या 2014 थी। गुरुवार को 2275 पॉजिटिव केस थे और शुक्रवार को यह संख्या 2116 है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि पटना में संख्या 2000 से 2275 के बीच ही है, जबकि कोरोना के नए वेरिएंट के चरित्र के अनुसार इसे तेजी से जंप करना चाहिए। जंप करने के बजाय यह लगभग स्थिर दिख रहा है।
हालांकि बिहार के स्तर पर देखा जाए, तो यह बढ़ता हुआ दिख रहा है। मंगलवार को प्रदेश में 5908, बुधवार को 6413, गुरुवार को 6393 तथा शुक्रवार को 6541 पॉजिटिव केस आए। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केस का रुझान बढ़नेवाला दिख रहा है।
पटना में कोरोना केस स्थिर दिख रहा है, इसका एक अर्थ तो यह है कि यहां पीक आ चुका और अब कुछ दिन और स्थिर रहने के बाद यह नीचे जाएगा, लेकिन चूंकि यह राजधानी है और लाखों लोग दूसरे जिले से आते हैं, इसलिए इसे पीक मान लेना गलत भी हो सकता है। इसलिए सावधानी रखनी जरूरी है। हां, यह भी दिख रहा है कि अस्पतालों में दूसरी लहर की तरह बेट के लिए कमी नहीं है। अधिकतर लोग घर में ही इलाज से ठीक हो जा रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जो खांसी-बुखार होने के बाद भी जांच नहीं करवा रहे हैं।
पटना में पीक आ गया है या नहीं, यह एक हफ्ते में स्पष्ट हो जाना चाहिए। वैसे मास्क लगाना, भीड़ से बचना जैसे उपाय में ढील नहीं दे। भले ही यह अधिकतर लोगों को अस्पताल जाने के लिए मजबूर नहीं कर रहा,लेकिन जिन्हें कोई बीमारी पहले से है, उनके लिए कोरोना गंभीर परेशानी का कारण बन सकता है। इसलिए सावधानी जारी रखें।
राजद ने बताया, योगी ने दलित के घर खाना खाकर ऐसे किया अपमान