योगीजी इन गोहत्यारों का आप कुछ बिगाड़ पायेंगे? बिल्कुल नहीं!
योगी सरकार ने गो हत्या के खिलाफ सख्त कानून बनाया है. लेकिन उनकी हिम्मत नहीं कि ललितपुर में दर्जनों गायों के जिम्मेदार को सजा देने का साहस दिखा सकें.
गोवध को ले कर दलितों और मुसलमानों की मॉबलिंचिंग और साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने के आरोप आरएसएस से जुड़े संगठनों पर लगते रहे हैं. गोमांस पर सियासत करने में यूपी की योगी सरकार सबसे आगे है.
गाय को माता कहना और गायों पर सामुहिक जुल्म का शिकार बनाने की यह कोई पहली घटना नहीं है. हर कुछ महीने में ऐसी तस्वीरें उत्तर प्रदेश में देखने को मिल जाती हैं.
गाय के साथ जुल्म की हदें पार करने वाला एक विडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रहा है. यह विडियो उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के सोजना गौशाला का है. यहां पर दर्जनों मवेशी मृत पाए गए हैं। गौ माता के नाम पर राजनीति करते योगी आदित्यनाथ कुछ इस प्रकार से गौ माताओं की सेवा कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ललन कुमार ने यह विडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है.
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गोमाता के साथ इतना दर्दनाक व्यवहार कोई और नहीं बल्कि वही योगी सरकार कर रही है जो गोहत्या पर सख्त कानून बना चुकी है जिसके तहत दस साल की सजा तक का प्रवाधन है. लेकिन दर्जनों गायों की मौत के जिम्मेदार, जाहिर तौर पर सरकारी अमला है. इतना ही नहीं इन मरी हुई गायों को जिस बेरहमी और अपमानित तरीके से ट्रॉली से ढ़ाह दिया गया है जिससे साफ तौर पर इन गौमाताओं के अपमान को समझा जा सकता है.
लेकिन इससे लगता है कि योगी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि इन की मौत का जिम्मेदार न तो दलित हैं औऱ न ही मुसलमान. औऱ जिन गायों की मौत का कारण दलित और मुसलमान नहीं होते उससे भाजपा-आरएसएस को घृणा की सियासत का लाभ नहीं मिलता.
याद कीजिए दादरी में एखलाक की मॉब लिंचिंग, पहलू खान की मॉबलिंचंगि इस तरह के एक दो नहीं बीसियों उदाहरण हैं जहां गाय खरीदने और बेचने वालों को भी पीट पीट कर मार डाला गया और इतना ही नहीं जो जिंदा बच गये उन्हें जेल की सलाखों में डाल दिया गया.
यूपी की सरकार ने गोहत्या करने वालों के खिलाफ सख्त कानून ले कर आयी. इसके तहत गो हत्या करने के मुजरिम को दस साल की सजा का प्रावधान किया गया है. लेकिन लिलितपुर में गायों के हत्यारों के खिलाफ क्या योगी सरकार कुछ करेगी?इसका आसान सा जवाब है. जवाब यह है कि इसका सरकार नोटिस तक नहीं लेगी. और हम देखेंगे कि अगले कुछ महीनों में किसी और गोशाला में इसी तरह दर्जनों गाय मरी पड़ी होंगी.