बड़ी खबर यह है की कि दो वामदल CPI और CPI (M) महागठबंधन में शामिल हो गए है। वामदलों एवं बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के बीच चल रही वार्ता सफल हो गई है.
सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय ने भी इस बात की पुष्टि की है कि दो प्रमुख वामदलों CPI और CPI (M) का राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन तय हो गया है. अब तस्वीर साफ़ हो गयी है की अब प्रदेश में वामदल (Left parties) भी महागठबंधन (Grand Alliance) का हिस्सा हो गए हैं.
बिहार चुनाव के करीब आते ही महागठबंधन खेमे में हलचल शरू हो गयी है। पहले जीतन राम मांझी ने महागठबंधन छोड़ दिया। दूसरी तरफ दो प्रमुख वाम दलों ने आज महागठबंधन में शामिल होने कर निर्णय कर लिया है।
विश्वस्त सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे में वामदलों से भी सीट शेयर की जाएगी। फिलहाल सीटों के बटवारे को लेकर अभी फाइनल बात नहीं हुई है लेकिन इसको लेकर कोई परेशानी है क्योंकि उनके लिए एनडीए (NDA) को हराना ज्यादा जरूरी है, इसलिए गठबंधन में शामिल होने का फैसला ले लिया गया है.
चुनाव चिन्ह गंवा चुकी मांझी की पार्टी ने तोड़ा महगठबंधन से नाता
गौरतलब है की कि बुधवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से वामदलों की मुलाकात हुई और वामदलों की 9 सदस्यीय टीम के साथ चर्चा के बाद राजद और कांग्रेस सहित वामदलों के भी महागठबंधन में शामिल होने के फैसले पर मुहर लगा दी गई है।
हालांकि अब भी बिहार में भाकपा माले को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है कि वह महागठबंधन में शामिल होगा या नहीं.
जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने के बाद गठबंधन के घटक दल वाम दलों को शामिल करने पर ज़ोर दे रहे थे। हाल ही में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी की बैठक में कहा था कि जीतन राम मांझी का गठबंधन से अलग होना दुखद है एवं गठबंधन का दायरा बढाकर इसमें अब वामदलों को भी शामिल करना चाहिए.
महागठबंधन (Grand Alliance) में दो प्रमुख दल है , राजद और कांग्रेस पार्टी. सीटों का बटवारा मुख्य रूप से इन्ही दोनों पार्टियों के दरम्यान होना है। लेकिन पेंच इस बात पर फंसा है कि इस बार कांग्रेस पिछली बार की तुलना में दोगुनी सीट चाह रही है. अब महागठबंधन में सीटों का बटवारा किस तरह होगा यह आने वाले दिनों में साफ़ हो पायेगा.