भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की उम्मीद पालने वालों के लिए यह एक झटका है. सीपीआईएम पोलित ब्यूरो ने कांग्रेस के साथ गठजोड़ करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस प्रस्ताव का समर्थन महासचिव सीताराम येचुरी ने भी किया था.
द हिंदू नामक अखबार में शोभना नायर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीपीआईएम पोलित ब्युरो के सदस्यों ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ करने का विरोध किया.
सीताराम येचुरी समेत कुछ नेताओं ने प्रस्ताव रखा था कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस समेत अन्य सेक्युलर पार्टियों के साथ मार्क्सवादी पार्टी को अलायंस करना चाहिए.
हिंदू ने अपनी रिपोर्ट में एक पोलित ब्युरो सदस्य के हवाले से दावा किया है कि पोलित ब्युरो के अधिकतर सदस्यों की आम राय थी कि कांग्रेस के साथ अलायंस करने से पार्टी के उद्देश्यों की पूर्ति नहीं होने वाली.
गौरतलब है कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट बोलित ब्युरो के इस प्रस्ताव को अगले वर्ष अप्रैल में होने वाली बैठक में अंतिम स्वीकृति दी जायेगी.
2002 में भी मार्क्सवादी पार्टी ने ऐसा ही फैसला लिया था जिसमें यह तय हुआ था कि कांग्रेस के साथ अलायंस नहीं बनाया जाये.