मुजफ्फरपुर में नियमित रूप से हुए 42 बच्चियों के बलात्कार के अलावा बिहार में लगातार बढ़ते यौन हिंसा के खिलाफ साइकिल मार्च शुरू करने से पहले तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर #CycleMarch4Girls अभियान की शरुआत कर दी है.
हैशटैग #CycleMarch4Girls के तहत तेजस्वी लगातार ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट डाल रहे हैं साथ ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी सोशल मीडिया से इस अभियान के साथ जुड़ रहे हैं. राजद आईटी सेल की कोशिश है कि #CycleMarch4Girls ट्विटर पर अगले एक दो दिन में टॉप ट्रेंड कर जाये.
इस अभियान की शुरुआत करते हुए तेजस्वी ने कविताई अंदाज में नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है कि डरी सहमी बेटियां नीतीश कुमार से जानना चाहती हैं कि क्या वे उनके राज में सुरक्षित हैं? उन्होंने लिखा है कि-
माँ बेटियों की गुहार
मुँह खोलो नीतीश कुमार
हमपे हो रहा है अत्याचार
कहाँ छिपे हो नीतीश कुमार
शर्मसार हो रहा बिहार
कुर्सी छोड़ो नीतीश कुमार
भयभीत बेटियाँ करे पुकार
कुर्सी छोड़ो नीतीश कुमार
रक्षा करो या कुर्सी छोड़ो।
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में रहने वाली 42 में से 29 बच्चियों के साथ नियमित रूप से महीनों से बलात्कार होता रहा. इसकी खबर टाटा इंस्टिच्यूट आफ सोशल साइंस की अध्ययन रिपोर्ट में तीन महीने पहले उजागर की गयी थी यह रिपोर्ट सरकर को पेश भी की गयी थी लेकिन इस मामले में कार्रवाई होने में तीन महीने का विलंब किया गया. इसी तरह पिछले एक दो महीने में कैमूर, गया, रोहतास, चम्पारण, कटिहार समेत अनेक जिलों से रेप की खबरें आ रही हैं.
इस मामले को राजद एक बड़े आंदोलन का रूप देने में लगा है और इसी आंदोलन के जरिये वह नीतीश सकार के खिलाफ बडा अभियान खड़ा करना चाहता है. इसे ले कर 28 जुलाई स गया से पटना तक साइकिल मार्च का आयोजन किया गया है. 28 जुलाई से शुरू होने वाले तीन दिन के इस आंदोलन से पहले राजद ने सोशल मीडिया पर अभियान शुरू करके लोगों में जागरूकता लाने में जुट गया है. एक ट्विट में तेजस्वी ने लिखा है कि – इसलिए मैं कहता हूँ नीतीश जी नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह है। बालिका गृह में 29 बच्चियों के साथ बलात्कार, हत्या और मानवीय मूल्यो को शर्मसार करने वाली घटना के बावजूद इनकी मानवीय संवेदना शून्य होकर अनैतिकता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है।आरोपियों के बचाने के लिए CBI से भाग रहे है।