बहराइच में जिस युवक की हत्या हुई थी, उसके बारे दैनिक जागरण ने उन्माद फैलानेवाली खबर मोटे अक्षरों में प्रकाशित की थी। जागरण की हेडिंग थी-उखाड़े गए नाखून सुना रहे बर्बरता की कहानी। अब खुद बहराइच पुलिस ने कहा कि जो नाखून उखाड़ने, करंट लगाने जैसे अफवाह पर ध्यान न दें। ये अफवाह फैलाने वाले सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ना चाहते हैं। दैनिक जागरण पूरी बेशर्मी से हिंदू-मुस्लिम तनाव फैलाने वाली खबरें प्रकाशित करता रहा है। कभी उसने अपने पाठकों से माफी तक नहीं मांगी। बाबरी मस्जिद से लेकर कठुआ तक ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जब दैनिक जागरण सरासर झूठी खबर फैला कर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश करता है। सोशल मीडिया में लोग पूछ रहे हैं कि क्या यूपी की भाजपा सरकार जागरण के खिलाफ कार्रवाई करेगी। घटना के जरिये सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की कोशिश टीवी एंकर सुधीर चौधरी ने भी की थी। उसने भी नाखून उखाड़ने जैसी झूठ फैलाई थी। उसने भी अभी तक कोई माफी नहीं मांगी है।
बहराइच पुलिस ने अपील जारी की है, जिसमें कहा गया है कि 13 अक्टूबर को कस्बा महाराजगंज, थाना हरदी में घटित घटना में एक हिंदू व्यक्ति की हत्या के संबंध में सोशल मीडिया में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से भ्रामक सूचना जैसे मृतक को करंट लगाना, नाखून उखाड़ना, तलवार से मारना जैसी भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण गोली लगना बताया गया है।
मालूम हो कि यह वही व्यक्ति है, जिसने एक मुस्लिम के घर पर चढ़ कर छत पर लगे धार्मिक झंडे को उखाड़ कर भगवा झंडा लहराया। बाद में इसकी मौत हो गई।
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इस बीच खबर है कि बहराइच पुलिसे ने दो आरोपियों सरफराज तथा तालिब को एनकांउटर में गिरफ्तार किया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। उधर दोनों के परिजनों का कहना है कि पुलिस पहले ही उन्हें घर से उठा कर ले गई। इस एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं कि जब दोनों पुलिस की गिरफ्त में थे, तब एनकाउंटर की नौबत कैसे आई।
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