पटना में आज पासवान समाज ने प्रदर्शन किया। 12 सूत्री मांगों पर पासवान समाज ने प्रदर्शन निकाला जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और सभी को खदेड़ दिया। उधर नीट परीक्षा रद्द करने की मांग पर आइसा ने विधानसभा मार्च किया।
पासवान समाज ने चौकीदार दफादार के पदों में 80 फ़ीसदी पासवान की बहाली की जाए, समाज के कुल देवता बाबा चौहरमल के तीर्थ चाराडीह मोकामा मंदिर का विकास किया जाए, भारतीय सेना में दुसाध रेजीमेंट का गठन हो, बिहार में 65 फ़ीसदी आरक्षण को फिर से बहाल किया जाए जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। मिली खबर के मुताबिक पटना में दलित सेना के कार्यकर्ताओं ने आज पटना में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि दफादार चौकीदार की बहाली प्रक्रिया पहले की तरह की जाए। कार्यकर्ता गांधी मैदान के कारगिल चौक से निकले लेकिन जेपी गोलंबर पर पुलिस ने रोक दिया। हंगामा के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया। कार्यकर्ताओं की मांग है कि दफादार चौकीदार की बहाली में 90% से ज्यादा पासवान समाज के लोग रहते हैं लेकिन जब उसकी बहाली प्रक्रिया जटिल कर दी गई है। उसे समाप्त करके पहले की तरह बहाली की जाए। साथ ही दफादार चौकीदार के आश्रित को बहाल किया जाए।
उधर आइसा ने NEET UG 2024 रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित करने व NTA समाप्त करने को लेकर विधानसभा मार्च किया। बाद में प्रशासन से पांच साथियों का डेलिगेशन मिला, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत कुमार, राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, उपाध्यक्ष सुशील कुमार व अजय कुमार, सह सचिव रौशन कुमार शामिल थे।
——–
राहुल बोले कुर्सी बचाओ बजट, राजद ने क्यों कहा ठेंगा बजट
विधानसभा के मार्च का संचालन राज्य उपाध्यक्ष मयंक ने किया। राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीट 2024 परीक्षा में धांधली और भ्रष्टाचार दिख रही है देश के विभिन्न परीक्षाएं जो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कमान में है। उच्च स्तरीय शिक्षा व्यवस्था जैसे मेडिकल क्षेत्र में लापरवाही खुलेआम चल रही है बिहार से गुजरात तक नीट यूजी भ्रष्टाचार का मामला कई राज्य से तालुकात है जहां देखा जाए तो एक ही सेंटर के कई अभ्यर्थी टॉप लिस्ट में शामिल हैं, इनके 720 तक मार्क्स आया है जिसे नार्मलाइजेशन के नाम पर शिक्षा का बाजारीकरण किया जा रहा है।