दरभंगा की बेटी सरिता का बिहार अंडर-19 महिला T-20 में हुआ चयन
दरभंगा की बेटी सरिता ने अपनी कड़ी मिहनत और संघर्ष के बाद बिहार अंडर-19 महिला T-20 टीम में जगह बना ली है। सरिता को खूब मिल रहीं बधाइयां।
दीपक कुमार, बिहार ब्यूरोचीफ
दरभंगा की एक बेटी ने कड़ी मेहनत और आर्थिक विपन्नता के बावजूद अपने सपनों की दुनिया में एक कदम आगे बढ़ा लिया हैं।मिथिला की बेटी सरिता ने अपने सपनों को कड़ी मेहनत और संघर्ष की बदौलत बिहार अंडर-19 महिला टी-20 टीम के प्रिपरेटरी कैंप में चयनित होकर सच कर दिखाया हैं। दरअसल सरिता की कहानी बड़ी रोचक हैं, क्रिकेट खेलने का ऐसा जुनून कि गांव से शहर के लिए प्रतिदिन 15 किलोमीटर का सफर तय कर दरभंगा आती थी।
प्रैक्टिस करने के लिए ट्रेन से प्रत्येक दिन तय कर सरिता दरभंगा पहुंचती थी। घर की आर्थिक स्थिति सही ना होने के बावजूद कभी हौंसला नहीं टूटा, बल्कि कड़ी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को पाने के लिए डटकर मुकाबला किया, और बिहार अंडर-19 महिला टी-20 टीम के 40 सदस्यीय प्रिपरेटरी कैंप में चयनित होकर सपने को सच कर दिखाया हैं। अगर इंसान किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने की ठान लें, तो उसे हर हाल में हासिल किया जा सकता हैं। दरभंगा की सरिता का नाम बिहार अंडर-19 महिला टी-20 टीम में बतौर ऑल राउंडर गेंदबाज के रूप में दर्ज हैं।
सरिता, दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के बीजवारा गांव की रहने वाली हैं। सरिता के पिता इस दुनिया में नहीं हैं। मां के प्रोत्साहन और सहयोग की वजह से आज सरिता इस मुकाम पर पहुंची हैं। सरिता की मां रामपरी देवी के मुताबिक बचपन से ही बेटी खेलने-कूदने में काफी तेज तर्रार रही हैं।
सरिता के क्रिकेट ट्रेनर सुजीत ठाकुर ने स्टेट टीम में चयन होने से कैंप में खुशी बयां की हैं। उनके कहे मुताबिक इससे पहले भी अंडर-19 टीम में सरिता का चयन हुआ था। सरिता काफी मेहनती हैं, जो क्रिकेट खेलने इतनी दूर प्रतिदिन ट्रेन से आती हैं। ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी खेल चुकी हैं, वहां बेहतर प्रदर्शन किया हैं। साथ ही अंडर-19 में उपकप्तान भी रह चुकी हैं। सरिता का चयन बिहार अंडर-19 महिला टी-20 टीम में चयन होने से मिथिला में हर्ष का माहौल है।
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