दस्तावेज से हुआ साबित, BSP के कारण BJP को मिली यूपी में सत्ता
भाजपा की आंतरिक रिपोर्ट से खुलास हुआ कि यूपी खासकर पश्चिमी यूपी में भाजपा को कैसे सफलता मिली। 122 सीटों पर बसपा ने सपा का इस तरह खेल बिगाड़ा।
धीरे-धीरे गुत्थियां सुलझ रही हैं। सड़क पर अखिलेश यादव के लिए भारी जनसमर्थन के बावजूद भाजपा को क्यों सत्ता मिली, इस रहस्य से पर्दा उठने लगा है। आम तौर से लोग मान रहे थे कि यूपी में भाजपा की हालत खराब है। भाजपा के पास हिंदू-मुस्लिम के अलावा कोई खास मुद्दा नहीं था। बस गरीबों को मुफ्त अनाज का एक मुद्दा था। इसके विपरीत पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन के कारण भाजपा के नेता गांव में जा तक नहीं पा रहे थे। पूर्वी यूपी में भी भाजपा की हालत खराब थी। इसके बावजूद भाजपा को 273 सीट मिलने में बसपा का बड़ा योगदान है।
नेशनल हेरल्ड की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के आंतरिक अध्ययन के आधार पर बनी रिपोर्ट में कहा गया है कि बसपा के कारण सपा-रालोद गठबंधन का वोट बंट गया और भाजपा की राह आसान हो गई। जिस पश्चिमी यूपी में किसान आंदोलन की गांव-गांव में लहर थी, वहां भी बसपा के कारण भाजपा को फायदा हुआ।
भाजपा ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि बसपा के कारण उसे 273 सीट पर जीतने में मदद मिली। बसपा के कारण विपक्ष का वोट बंटा और भाजपा को लाभ मिला। उत्तर प्रदेश भाजपा ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जिसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प. यूपी में सपा-रालोद गठबंधन को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इस क्षेत्र में रालोद 30 सीटों पर लड़ा। यहां माना जा रहा था कि किसान आंदोलन का उसे समर्थन है, लेकिन वह केवल आठ सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका। जबकि शेष सीटों पर बसपा के समर्थन के कारण भाजपा को जीत मिली।
भाजपा की रिपोर्ट में कहा गया है कि बसपा ने 122 सीटों पर सपा का खेल बिगाड़ दिया। इन सीटों पर बसपा ने सपा प्रत्याशी की जाति के ही व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया था। इससे भाजपा को जीतने में मदद मिली।
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