#DayOfResistance के तहत अनेक मुस्लिम संगठनों ने शनिवार को पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल के निकट प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर यूपी की योगी सरकार पर आरोप लगाया गया कि विवेक तिवारी के फेक एनकाउंटर के बाद खुद मुख्यमंत्री उनके परिवार से मिल कर 25 लाख रुपये का मुआवजा और नौकरी का आफर देने जाते हैं लेकिन मोहम्मद मुस्तकीम की हत्या जब पुलिस करती है तो इस पर सरकार चुप्पी साध लेती है।
मोमिन फ्रंट, इंसाफ मोर्चा, इंडियन युनियन मुस्लिम लीग, वंचित मुस्लिम जमात के नेताओं ने इस अवसर पर मुसलमानों के खिलाफ हो रहे कथित भेदभाव पर पर केंद्र और यूपी सरकार को निशाना बनाया। मोमिन फ्रंट के नेता महबूब आल अंसारी ने कहा कि केंद्र और यूपी की सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों पर ये सरकारें ज्यादती भी कर रही हैं औऱ उनके साथ इंसाफ की आवाज को भी दबाया जा रहा है.। इस अवसर पर उसमान हलालखोर ने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ गहरी साजिश की जा रही है. वहीं नसीम अहमद कमाल ने कहा कि पूरे देश में अराजकता का माहौल है।
वहीं इस अवसर पर सामाजिक कार्यकरता भरत कौशिक ने कहा कि जब से मोदी सरकार आयी है तब से दलितों-शोषितों पर जुल्म बढ़ गया है.
इस अवसर पर शशिकांत सिन्हा, मोहम्मद तौफीक अहमद, अखलाकुररहमान समेत अनेक नेता मौजूद थे।