आजादी की लड़ाई में देश की खातिर 20 हजार से ज्यादा उलेमा ने अपने प्राणों को न्योछावर किया था और फिर अब देश और दीन दोनों पर जब खतरा मंडरा रहा है तो उलेमा के नेतृत्व में लाखों लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी एक और अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने को तैयार हैं.
[author image=”https://naukarshahi.com/wp-content/uploads/2018/04/faisal.sultan.jpg” ]फैसल सुल्तान, एडिटोरियल एडवाइजर, नौकरशाही डॉट कॉम [email protected][/author]
धर्म और देश की रक्षा के लिए हर बलिदान देने को तैयार हैं | “दीन बचाओ, देश बचाओ” की सफलता सारे मुसलमानों की प्रतिबद्धता |
दीन की सुरक्षा और देश की रक्षा सारे मुसलमानों की ज़िम्मेदारी है । देश की सुलगती स्थिति में इमारत शरिया के अमीर हजरत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी की अगुवाई में 15 अप्रैल को पटना के गाँधी मैदान में आयोजित होने वाला “दीन बचाओ देश बचाओ” सम्मेलन इसी सिलसिले को मज़बूत बनाने की पहल है.
हज़रत अमीर ए शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी जैसे चिंतनशील , साहसी एंव गंभीर व्यक्ति के नेतृत्व को बिहार के मुसलमानों ने हमेशा स्वीकार किया है और भविष्य में जब भी मिल्लत कि रक्षा के प्रति जब आवाज़ लगाई जाएगी तब लोग हर लिहाज से तैयार रहेंगे | यह कान्फ्रेंस सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं है बल्कि पूरे देश के धर्म निरपेक्षतावाद , अनेकता में एकता, आपसी भाई चारा , प्रेम एवं सौहार्द , संविधान एवं न्याय की सुरक्षा के लिए है।
बिहार से उठेगी देश की आवाज, जिस तरह से सरकार तीन तलाक बिल को बिना जनमत सर्वेक्षण के मुसलमानों पर थोपा और काला कानून के रूप में तुगलकी फरमान जारी किया इसे सरकार तुरंत वापस करे |
देश में धार्मिक मूल्यों के साथ छेड़छाड़ की सरकारी स्तर पर संस्थानिक कोशिश की जा रही है. यह नाकाबिल ए बर्दाश्त है. यह धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है |
भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है तथा सभी धर्म-संप्रदाय के लोगों की अपनी मान्यताएं और नियम हैं | लेकिन सभी धर्मों के साथ हो रही राजनीति देश के विकास में बाधक सिद्ध हो रही है | धर्म के नाम पर हो रही राजनीति से सामाजिक कुरीतीया बढ़ रही है एवं नुकसान हो रहा है साथ साथ देश को गृह युद्ध की ओर अग्रसर किया जा रहा है | धार्मिक मान्यताओं पर देश को जिस तरह चोटिल किया जा रहा है और धर्म के नाम पर राजनीतिक दलों द्वारा धार्मिक उन्माद को जिस तरह बढ़ावा दिया जा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है उसके खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से आवाज “दीन बचाओ देश बचाओ” सम्मेलन के द्वारा उठाई जाएगी |
गांधी मैदान में सुरक्षा नियमों का करें पालन
रैली के दिन गांधी मैदान में प्रवेश के समय सुरक्षा के नियमों और गाइडलाइंस का जरूर पालन किया जाना चाहिए. चूंकि इस रैली में भारी संख्या में लोग जुटेंगे, लिहाजा सब की जिम्मेदारी है कि वे एक दूसरे से सहयोग करें.अपना सामान बस/गाड़ी ही में रखकर जाएं। # ट्रेन से जाने वाले साथी भी अपना सामान गांधी मैदान के बाहर ही किसी उचित स्थान पर या रिश्तेदारों/संबंधितों के पास सुरक्षित रखकर मैदान में प्रवेश करेंगे। आपकी बस/गाड़ी में जितने साथी जा रहे हों, सबके नाम, पते, मोबाइल नंबर, साथ ही बस का नाम, निबंधन संख्या, ड्राइवर और कंडक्टर के नाम और मोबाइल नंबर एक काग़ज़ पर लिखकर कांफ्रेंस के ट्रांसपोर्ट कमिटी के संयोजक या उनके सहयोगी को हस्तगत करा देंगे। # ज़िला प्रशासन पटना ने गाड़ियों की पार्किंग का समुचित प्रबंध किया है।
पटना जिला प्रशसन और यातायात पुलिस ने वाहनों के लिए रूट चार्ट तय किया है. इस हर हाल में पालन करना होगा. बताए गए स्थान पर ही गाड़ी पार्क करवाएंगे। # अपनी गाड़ी में आगे की ओर कांफ्रेंस का एक बड़ा बैनर, साथ ही आगे के दोनों साइड में दो तिरंगे झंडे ज़रूर लगवाएंगे। # रैली के पहले, रैली के दौरान या रैली के बाद नारों/आपत्तिजनक बातों से पूर्णतः परहेज़ करेंगे। # कांफ्रेंस में बा-वज़ू बैठेंगे ताकि नमाज़ के समय अव्यवस्था/अफ़रा-तफ़री न हो।
फैसल सुल्तान [email protected]