पिछले आठ महीने से पोस्टिंग के लिए प्रतीक्षा कर रहे, सारण के पूर्व डीएम दीपक आनंद ने दिवाली की शुभकामना के साथ एक दोहा शेयर किया है. लोग इस दोहे का अपने-अपने अंदाज में अर्थ निकाल रहे हैं. दीपक को पिछले मक्र संक्रांति गंगा में हुई नाव दुर्घटना के बाद वेटिंग फॉर पोस्टिंग के लिए भेज दिया गया था.
दीपक आनंद ने फेसबुक पर लिखा है- खूब हन कर मारिए, है चोट से रिश्ता घना/ हम ओखली के धान हैं उजले ही होते जाएंगे.
जाहिरी तौर पर इस दोहे का अर्थ है कि संघर्षशील मनुष्य ओखली के उस धान की मानिंद होता है जिस पर लगातार ओखली प्रहार करता है और इस प्रहार के बाद धान से निकला हुआ चावल निखर कर और सफेद और खूबसूरत हो जाता है.
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दीपक आनंद द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किये गये इस दोहे का लोग अलग-अलग तरह से व्याख्या कर रहे हैं.
ध्यान रहे कि इसी वर्ष मक्रसंक्रांति के अवसर पर गंगा दियारा में एक मेले का आयोजन किया गया था. इस आयोजन के बाद मेले से लौट रही नाव गंगा में पलट गयी थी जिसमें 24 लोग डूब कर मर गये थे.
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इस घटना के बाद एक जांच दल का गठन किया गया था. लेकिन इस जांच दल के गठन के बाद से ही इस पर विवाद शुरू हो गया था क्योंकि इसमें पटना के डीएम समेत कुछ ऐसे अधिकारियों को लगाया गया था जिन पर खुद मेले के दौरान कानून व्यस्था की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. बाद में जब इस जांच टीम के औचित्य पर सवाल उठे तो जांच की जिम्मेदारी आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव प्रत्य अमृत और डीआईजी सालीन को सौपी गयी.
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लेकिन तभी लोगों ने यह अनुमान लगाना शुरू कर दिया था कि यह जांच लीपापोती करने की कोशिश है. अचरज की बात तो यह हो गयी कि इस जांच के बाद सारण के एसडीपीओ और एसडीओ को सस्पेंड तो किया गया पर पर्यटन विभाग की तत्कालीन सचिव हरजोत कौर का विभाग बदल दिया गया. जबकि इस मेले के आयोजन के लिए उन्हें सारण जिला प्रशासन को बाजाब्ता लिखित सूचना देनी चाहिए थी, जो उन्होंने नहीं दी थी. इस जांच के बाद सारण के डीएम दीपक आनंद को उनके पद से हटा दिया गया था और उन्हें वेटिंग फार पोस्टिंग के लिए भेज दिया गया था.
दीपक पिछले आठ महीने से पोस्टिंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं.