Delhi Exit Poll भाजपा की घृणा की राजनीति को लोगों ने किया रिजेक्ट
Delhi Exit Poll के तमाम चैनलों के जो अनुमान सामने आये हैं उससे साफ है कि राज्य की जनता ने भाजपा की घृणा फैलाने वाली सियासत को रिजेक्ट कर दिया है.
गौरतलब है कि आज शाम छह बजे दिल्ली विधान सभा के चुनाव सम्पन्न हो गये. तमाम न्यूज चैनलों के Delhi Exit Poll के नतीजों से साफ है कि आम आदमी पार्टी फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर कब्जा करने जा रही है.
यहां तक की भाजपा के प्रवक्ता के रूप में चर्चित रिपब्लिक टीवी और सुदर्शन टीवी ने भी आम आदमी को कुल 70 में से 45 से ज्यादा सीटें दे रहे हैं. जबकि भाजपा 15- से 20 सीटें ही जीत पाने में सफल होती दिख रही है.
वहीं टाइम्स नाउ के अनुसार आम आदमी पार्टी को 44 सीटें मिलती दिख रही हैं तो भाजपा को 26 सीटें मिलती दिख रही हैं. बहुमत के लिए कम से कम 36 सीटें जरूरी हैं.
रिपब्लिक ने आम आदमी पार्टी को 48-61 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है. जबकि भाजपा को 9 से 21 सीटें मिलती दिख रही हैं.
आजतक ने आम आदमी को 41- 48 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है.
गौरतलब है कि 2015 में अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं. भाजपा 3 सीट जीत सकी थी जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
अगर ये एक्जिट पोल सच साबित हुए तो केजरीवाल के नेतृत्व में दूसरी बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी. जबकि भाजपा की नफरत की राजनीति को करारा झटका लगेगा. भाजपा नेताओं ने शाहीन बाग आंदोलन और दिल्ली की महिला मतदाताओं के खिलाफ जहर उगला था.
भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने तो दिल्ली की महिला मतदाताओं को धमकी देते हुए कहा था कि अगर वे भाजजपा को वोट नहीं देंगी तो उनका रेप होगा औ मोदी नहीं बचा सकेंगे.