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पापी पेट की आग में खाक हुई कई जिंदगियां
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कुल 43 लोगों की हुई थी मौत
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दिल्ली अनाज मंडी आग के शिकार हुए थे 30 से अधिक बिहारी
दिल्ली हादसे के शिकार समस्तीपुर जिला के हरिपुर गांव के दस लोगों के जस्दे खाकी को गांव के कब्रिस्तान में दफन किया गया उससे पहले सभी दस मैयतों के जनाजे की नमाज एक साथ अदा की गयी.
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समस्तीपुर से दीपक कुमार ठाकुर,ब्यूरो प्रमुख,मिथिलांचल
ये बदकिस्मत और गरीब लोग घर-बार छोड़ कर पेट की खातिर रोजी-रोटी कमाने दिल्ली गए थे। लेकिन गांव लौटे ताबूत में उनकी लाशें। जिस अमानवीय हालात में वे उस मनहूस फैक्ट्री में काम कर रहे थे और जिस तरह दम घुटने से अधिकतर मजदूरों की मौत हुई,इससे अंतिम संस्कार के वक्त मौजूद लोगों के मन में काफी गम और गुस्सा था।
हादसे में कई परिवारों का सब कुछ खत्म हो गया।जब मो0 साजिद,सदरे आलम,साजिद,वजीर,अतबुल,अकबर,नौशाद,छेदी, रहमत और महबूब की लाशें गांव पहुंच तो एक साथ पूरे गांव की आंखें नम हो गयीं।
रविवार की सुबह दिल्ली के फिल्मीस्तान इलाके में लगी आग में बिहार के कई मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस अग्निकांड से सबसे ज्यादा बिहार का समस्तीपुर जिला प्रभावित हुआ है. यहां के 13 लोगों की इस दर्दनाक हादसे में मौत हुई है. घटना के बाद समस्तीपुर के सिंघिया गांव के हरिपुर में नौजवानों का शव जैसे ही पहुंचा पूरे इलाके में कोहराम मच गया और लोग रो पड़े. हर आंखें नम हो गयी.
काबिले जिक्र है कि पिछले दिनों दिल्ली की अनाज मंडी में लगी आग से 45 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. इनमें 30 से ज्यादा बिहार के मजदूर थे. ये तमाम एक फैक्ट्री में काम करते थे. आग अहले सुबह लगी और इतनी भयावह थी कि आग बुझाने के लिए जब दमकल का अमला आया तब तक 43 लोग अपनी जानें गंवा चुके थे.
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चंद लोग ऐसे थे जिनकी जान इसलिए बच सकी क्योंकि वह फजिर की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जा चुके थे. लेकिन सब इतने खुश किस्मत नहीं थे. वे आग की चपेट में सीधे आ गये या फिर दम घुटने के कारण उनकी मौत हो गयी.
इस मामले में फैक्ट्री के मालिक रेहान को गिरफ्तार किया जा चुका है.
समस्तीपुर के हरिपुर गांव के कई ऐसे परिवार हैं जिनके एक एक घर से कई लोगों की मौत हो गयी.
इस मामले में बिहार सरकार ने दो दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.