दिल्ली में किसानों ने भाजपा नेता को दिखाया काला झंडा, बवाल
दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों व भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इससे पहले किसानों ने भाजपा नेता को काला झंडा दिखाया। राकेश टिकैत ने क्या कहा?
आज दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हो गई। यहां यूपी के एक भाजपा नेता के स्वागत में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुटे थे। वहीं किसान पहले से धरना दे रहे थे। भाजपा नेता के यहां पहुंचने पर किसानों ने उन्हें काला झंडा दिखाया। इसके साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ओर किसानों में तीखी बहस हुई।
एक टीवी चैनल के मुताबिक किसानों द्वारा काला झंडा दिखाए जाने के बाद भाजपा कार्यकर्ता और नेता स्थानीय एसएसपी कार्यालय पर नारेबाजी कर रहे हैं। वे किसान नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मालूम हो कि गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान मुख्यतः पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही हैं। इसीलिए इस घटना का असर पूरे प. उत्तर प्रदेश पर पड़ना तय है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि भाजपा नेता वहां क्यों गए थे, जबकि उन्हें मालूम था कि वहां किसान धरना दे रहे हैं और उन्हें विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
राकेश टिकैत ने कहा-भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईवे के बीच मंच के पास भारी संख्या में इकट्ठे होकर किसी नेता के स्वागत के बहाने ढोल बजाकर आंदोलन विरोधी नारे लगाए। भाकियू कार्यकर्ताओं के मना करने लाठी डंडों से हमला किया, जिसमें किसान घायल हुए। राकेश टिकैत के ट्विट करते ही किसान आंदोलनकारी सोशल मीडिया पर अपना रोष प्रकट कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कई लोग कह रहे हैं कि यह किसान आंदोलन के खिलाफ साजिश है। इससे पहले भी दिल्ली की सीमाओं पर तथाकथित स्थानीय लोगों ने किसानों पर हमले किए थे। कई लोगों ने आशंका जताई है कि किसान आंदोलन पर दमन ढाने के लिए सरकार बहाना बना रही है।
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जो भी हो, पर इतना तय है कि गाजीपुर में धरना दे रहे किसानों पर दमन हुआ, तो इससे किसानों में नाराजगी और भी बढ़ेगी। एक बार किसान आंदोलनकारियों को यहां से हटाने के लिए भारी पुलिस बंदोबस्त किए जाने के बाद पूरे प. उत्तर प्रदेश से किसान रातों-रात गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए थे।