नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ से मन बहुत दुखित है। ईश्वर शोक संतप्त पीड़ित परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। आस्था को प्रकट करने और उसमें पुण्य का भागीदार बनने हेतु अनुशासन और संयम की अत्यंत आवश्यकता है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जिस तरह से प्रयागराज और अन्य जगहों की ट्रेन पकड़ने के लिए भगदड़ हुई वो असहनीय और आत्मा को झकझोर देने वाली घटना है।
हम आम नागरिक हर घटना के लिए व्यवस्था, प्रशासन और केवल सरकार को ही दोष नहीं दे सकते,इसके लिए हम अपनी मौलिक दायित्वों,अनुशासन और कानून के पालन को सही तरीके से अपना के सही और समुचित सुविधा का लाभ ले सकते। भगदड़ का मुख्य कारण इंसानों की जल्दबाजी और संयम को खोना होता है।
हालांकि नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ के उपरांत तुरन्त सरकारी मशीनरी,राहत और बचाव कार्य चालू हो गया परंतु ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी लोग अपने परिवार से मिल सकें और घायलों की समुचित ईलाज हो सके। एपी पाठक ने संवाददाताओं से बताया कि भगदड़ में मारनेवाले 18 लोग में 9 बिहार के है। और एपी पाठक बिहार से संबंधित है तो उन्होंने बताया कि सभी मृतकों और घायलों के प्रति उनकी गहरी संवेदना है ।
प्रयागराज कुंभ हेतु जो लोग ट्रेन पकड़ने वाले थे उनकी मृत्यु हृदय को कल्पित करती हैं। एपी पाठक ने लोगों से अपील किया कि उनको संयम और धैर्य के साथ कुंभ तक जाना चाहिए और उसका लाभ लेना चाहिए।
आपको बताते चलें एपी पाठक शुरू से ही आम जनमानस के प्रति सजग और संवेदनशील रहें हैं। उन्होंने अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से डेढ़ दशकों से अधिक समय से गरीबों, पीड़ितों, वंचितों,युवाओं और महिलाओं के कल्याणार्थ कार्य करते आ रहे हैं । अंत में एपी पाठक ने भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों और पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट किया और लोगों से शांति , संयम और अनुशासन के साथ प्रयागराज महाकुंभ जाने की अपील की।