देश को दिशा दे रहा बिहार, राजस्थान में भी होगी जाति जनगणना

देश को दिशा दे रहा बिहार, राजस्थान में भी होगी जाति जनगणना। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने सेट कर दिया देश का एजेंडा। भाजपा पर दबाव बढ़ा।

राज्स्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रदेश में जाति जनगणना कराने की घोषणा कर दी। एक दिन पहले छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने भी जाति जनगणना कराने की घोषणा की है। इधर तेजस्वी यादव ने बिहार में इस मुद्दे को गरमाने की तैयारी कर ली है। समाज में आर्थिक-सामाजिक भेदभाव और असमानता को दूर करने के लिए उन्होंने जाति गणना को जरूरी बताया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार में हुई जाति गणना की तारीफ की और कहा कि बिहार के तर्ज पर ही राजस्थान में भी जाति जनगणना होगी। इसी के साथ उन्होंने पिछड़ी जातियों के उस हिस्से को जो बाजपा के साथ है, उसे अपनी तरफ लाने का बड़ा दांव खेल दिया है। गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी बिहार की जाति जनगणना पर रोक नहीं लगाई। उन्होंने राहुल गांधी के नारे को दुहराया कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी भागीदारी। अशोक गहलोत की राज्य में जाति गणना कराने की घोषणा पर भाजपा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस तरह गहलोत ने नीतीश और तेजस्वी का दांव राजस्थान में भी खेल दिया है। जाति गणना की घोषणा से भाजपा को राजस्थान में भारी नुकसान हो सकता है, जैसे उसे बिहार में हो रहा है।

गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में जाति जनगणना की व्यवस्था बनाई थी और उसी आधार पर यहां भी इसे करेंगे। राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जाति जनगणना कराएगी। हम इस अवधारणा को लेकर चलेंगे कि जनसंख्या के आधार पर लोगों की भागीदारी होनी चाहिए। जल्द ही बिहार की तर्ज पर जाति आधारित जनगणना कराने के निर्देश दिए जाएंगे।

इधर उत्तर प्रदेश में भी इंडिया गठबंधन ने जोर-शोर से जाति गणना कराने की मांग शुरू कर दी है। जिलों में पिछड़ा सम्मेलन हो रहे हैं, जिसमें प्रस्ताव पारित करके भाजपा सरकार से जाति गणना कराने की मांग की जा रही है। यूपी में भी अभी तक भाजपा ने जाति गणना पर कोई साफ स्टैंड नहीं लिया है।

उप्र के पूर्व विधायक इमरान मसूद कांग्रेस में शामिल

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