देशभर के विपक्षी नेता पटना में जुटे, तिलमिलाई भाजपा
देशभर के विपक्षी नेता पटना में जुटे, तिलमिलाई भाजपा। पटना के हर चौक-चौराहे पर बैठक की चर्चा। 2024 में मिल कर चुनाव लड़ने पर एकता से भाजपा परेशानी।
देशभर के तमाम भाजपा विरोधी दलों के दिग्गज आज शुक्रवार को पटना में हैं। बैठक शुरू हो चुकी है। बैठक से पहले सारे नेताओं ने जो कहा वह उम्मीद जगानेवाला है। ममता बनर्जी से लेकर स्तालिन तक ने कहा कि 2024 में केंद्र की निरंकुश मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करना है। सभी नेताओं में जो उत्साह दिख रहा है, उससे एकता की संभावना बढ़ी है। पहले तो मीडिया ने खूब प्रचारिक किया कि बैठक सफल नहीं होगी। ये नेता नहीं आ रहे, वो नेता नहीं आ रहे, लेकिन बैठक में सभी दिग्गज नेता शामिल हैं।
बैठक के केंद्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। उनके एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा एक तरफ लालू प्रसाद बैठे हैं। खड़गे के बदल में राहुल गांधी हैं। स्तालिन, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन अर्थात उत्तर दे दक्षिण तक के तमाम बड़े नेता बैठक में शामिल हैं।
पटना में आयोजित विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक में देशभर के गणमान्य नेतागण: pic.twitter.com/OyFOwXcOxU
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) June 23, 2023
बैठक से पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस दफ्तर सदाकत आश्रम में कहा कि सारे विपक्षी दल मिल कर भाजपा को सत्ता से बाहर करेंगे। हमें गरीबों के पक्ष में खड़ा रहना है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा-संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हमारा एकमात्र दायित्व है। देश को एक नई दिशा देने के लिए हमारी बैठक। खड़गे ने कांग्रेस मुख्यालय में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर राहुल गांघी भी उपस्थित थे।
बैठक में सारे भाजपा विरोधी दलों के नेताओं के जुटने से भाजपा परेशान हो गई है। उसके छोटे से लेकर बड़े नेता तक इस बैठक के खिलाफ बयान दे रहे हैं। खुद एंटी इनकमबेंसी झेल रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सुना है कि पटना में दुबारा काठ की हांड़ी चढ़ी है।
इधर बिहार में शामिल महागठबंधन के दलों में बारी उत्साह है। वे कह रहे हैं कि 50 वर्ष के बाद फिर से बिहार देश की राजनीति को दिशा दे रहा है।
पटना में हलचल तेज, ममता ने लालू के पैर छुए, महबूबा भी पहुंचीं