पवार ने की राजनीतिक इतिहास की सबसे बड़ी गद्दारी, रातों रात बनवा दी भाजपा की सरकार भतीजा बना उपमुख्यमंत्री
इर्शादुल हक, एडिटर नौकरशाही ़डॉट कॉम
शरद पवार के इस आचरण को चाणक्य की बुद्धि कहना दर असल चाणक्य का अपमान करना है. एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने पिछले 15 दिनों में जितनी मीटिंग्स गैर भाजपा सरकार बनाने के लिए की और जिस तरह से उन्होंने शिव सेना के उद्भव ठाकरे और सोनिया गांधी से मुलाकात करते रहे, उनके प्रवक्ता नवाब मलिक बार बार शिव सेना के सीएम बनने की बात करते रहे और रातोंरात भाजपा को समर्थन दे कर सरकार बनव दी, उससे यह भारतीय राजनीतिक इतिहास का सबसे बड़ा धोखा के रूप में दर्ज हो गया है.
पवार को चाणक्य कहना चाणक्य का अपमान
शुक्रवार की रात को नवाब मलिक ने कहा था कि शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे जबकि सुबह होते होते भाजपा के देवेंद्र फडणवीस की सरकार बन गयी. शरद पवार के भतीजे अजित पवार उपमुख्य मंत्री का शपथ ले चुके हैं. शनिवार की सुबह आठ बजे जब देश के लाखों लोगों ने अपने मोबाइल को आन किया तो उनकी आंखों पर खुद उन्हें विशवास नहीं हुआ कि ऐसा ही हो सकता है. क्योंकि पवार ने इसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी. पवार और उनकी पार्टी रात में जो कह रही थी वह झूठ था, धोखा था. इस घटना के बाद जब भी भारती इतिहास में किसी राजनीतिक धोखे का जिक्र होगा तो उसे पवार के धोखे से तुलना की जायेगी.
काबिल जिक्र है कि 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र चुनाव परिणाम के बाद किसी दल को बहुमत नहीं मिलने पर शिव सेना ने साफ कर दिया था कि वह भाजपा के साथ सरकार नहीं बनायेगी और उसने एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए दर्जनों दौर की मीटिंग की थी. इसी बीच एक दिन शरद पवार ने नरेंद्र मोदी से दो पहर में मुलाकात कर ली और उसी दिन शाम में सोनिया गांधी से मुलाकात की. उनकी पार्टी ने ऐलान किया कि तीन दलों के बीच गठबंधन फाइनल हो चुका है. दूसरे दिन फिर पवार की पार्टी के प्रवक्ता ने ऐलान किया कि आज ( शुुक्रवार) को या कल ( शनिवार) को उद्भव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया जायेगा. लेकिन शनिवार की सुबह जब लाखों लोगों ने अपने मोबाइल और कम्प्युटर आन किये तो उन्हें पता चला कि शरद पवार ने भाजपा को समर्थन दे कर सरकार का गठन तक कर लिया है.