दुनिया जानती है कि क्षत्रपति शिवाजी महाराज के साथ गद्दारी करने वालों का अंजाम क्या हुआ, गुस्साये उद्भव का बयान
महाराष्ट्र में रातोंरात पाशा पलट कर भाजपा और एनसीपी के नेता अजित पवार द्वारा सरकार का गठन कर लिये जाने के बाद शिवसेना ने कहा है कि दुनिया जानती है कि क्षत्रपति शिवाजी महाराज के साथ गद्दारी करने वालों का अंजाम क्या हुआ.
दुनिया शनिवार को सो कर जागी तो उम्मीद की जा रही थी कि महाराष्ट्र में एनसीपी, कांग्रे और शिव सेना की सरकार बनेगी लेकिन देखा कुछ और गया.
8 बजते बजते भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री की शपथ ले ली जबकि एनसीपी के नेता व शरद पवार के भतीजे अजित पवार डिपुटी सीएम बना दिये गये. इसके बात शरद पवार की प्रतिक्रिया आयी कि अजित पवार ने निजी कैपासिटी में सरकार में शामिल हुए हैं और इसमें एनसीपी की कोई भूमिका नहीं है. पवार ने यह बयान दे कर काफी बुद्धिमता दिखाई क्योंकि पहले लोगों ने समझा कि पवार की ही सारी चाल है. लोग इस शपथग्रहण को उनकी नरेंद्र मोदी से मुलाकात से जोड़़ कर देख रहे थे.
अब पवार ने दावा किया है कि वे बहुमत साबित करके दिखायें. मीडिया के एक हिस्से में दावा किया जा रहा है कि अजित पवार के साथ एनसीपी के 35 एमएलए हैं.
उधर कांग्रे ने सवाल उठाया है कि राष्ट्रपति शासन कब हटा, रातोंरात कब दावा पेश किया, विधायकों की सूचि कब पेश की, कब विधायक राज्यपाल के पास पेश हुए चोरों की तरह शपथ क्यों दिलाई ?
इन सवालों के जवाब काफी महत्वपूर्ण हैं. जिसका जवाब मिलना चाहिए. उधर कांग्रेस के अहमद पटेल ने कहा है कि भाजपा और एनसीपी के एख धड़े को तोड़ कर सरकार बनाने वालों को बहुमत साबित करने दीजिए.
इस मामले पर शिव सेना के संजय राउत ने कहा है कि अजित पवार के कदम से शरद पवार को कोई संबंध नहीं है अजित ने महाराष्ट्र की जनता के साथ धोखा किया है और उन्होंने हमारी पीठ में छुरा घोपा है.