Dr.Kafeel के पीछे पड़ी योगी सरकार को होना पड़ा बेइज्जत
पिछले दो सालों से Dr. Kafeel Khan को एक के बाद दूसरे मामले में फंसाने में लगी यूपी की योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है.
(Dr. Kafeel Khan) डॉ कफील खान की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में डाली गई याचिका खारिज हो गयी है.
यूपी की योगी सरकार ने कफील खान के ऊपर से NSA हटाए जाने और उनकी रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट याचिका डाली थी, जिसे शीर्ष अदालत ( Supreme Court) ने गुरुवार को खारिज कर दिया है.
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘हाईकोर्ट की टिप्पणी आपराधिक मामलों को प्रभावित नहीं करेगी और मामले खुद की मेरिट के आधार पर तय किए जाएंगे.’
यूपी सरकार ने डॉ कफील खान के खिलाफ NSA के आरोपों को खारिज किए जाने का विरोध किया था. सरकार की याचिका में कहा गया था कि डा. कफील का ऐसे कई अपराध करने का इतिहास था जिनके कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है.
कफील खान ( Dr. Kafeel Khan) को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ पिछले साल अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत 29 जनवरी को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था. लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट में जब इस मामले की सुनवाई हुई तो अदालत ने कफील के पूरे भाषण को सुना और कहा कि इसमें कहीं भी ऐसे कोई बात नहीं कही गयी है जो समाज फूट डालने वाली हो.
आपको याद दिला दें कि कुछ वर्ष पहले गोरखपुर के अस्पताल में आक्सीजन की कमी के कारण दर्जनों बच्चों की मौत हुई थी. उश दौरान डा. कफील ने अपनी निजी कोशिशिों से आक्सीनज मंगवा कर सैकड़ों बच्चों की जान बचा कर दुनिया भर में मशहूर हुए थे. तमाम मीडिया में उनके इस महान कार्य की सराहना की गयी थी. लेकिन जब योगी सरकार की आलोचना हुई तो उलटे डा. कफील को फंसा दिया गया और उन्हें जेल में डाल दिया गया था. उसी वक्त से डा. कफील योगी सरकार से टकरा रहे हैं. उनके इस साहस के बाद कफील समाज में काफी चर्चित भी हो गये हैं.