विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव दो दिनों में चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देंगे। राजद सूत्रों ने बताया कि छह या सात अगस्त को जवाब दिया जाएगा। राजद का कहना है कि इपिक नंबर नहीं बदल सकता है। पता बदलने के बाद भी इपिक नंबर पुराना ही रहता है। सवाल तो चुनाव आयोग से होगा कि तेजस्वी यादव का इपिक नंबर कैसे और क्यों बदला गया। उधर भाजपा और जदयू ने आज भी दो इपिक नंबर के लिए तेजस्वी यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

तेजस्वी यादव मंगलवार की सुबह रांची के लिए रवाना हुए। वे दिशोम गुरु और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे बिहार लौट आएंगे। वहां वे राहुल गांधी से भी मिलेंगे। दोनों नेताओं में राज्य की राजनीतिक स्थिति और खासकर बिहार में प्रस्तावित वोट बचाओ यात्रा को लेकर चर्चा होगी।

पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों के साव का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि वे चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब जल्द देंगे, लेकिन हमने जो सवाल किए हैं, उसका जवाब आयोग कब देगा। उन्होंने बिहार में जारी मतदाता पुनरीक्षण को लेकर कई सवाल किए हैं, जिनमें मतदाता सूची से बाहर किए गए लोगों की विस्तृत जानकारी की मांग की गई है। आयोग बताए कि किस व्यक्ति का नाम किस कारण मतदाता सूची से हटाया गया है। आयोग ने सिर्फ इतना बता दिया है कि एक विधानसभा क्षेत्र में कितने लोगों के नाम सूची से हटाए गए हैं।

इधर जिंदा लोगों को मृत बता कर मतदाता सूची से बाहर करने के मामले लगातार आ रहे हैं। राजद सूत्रों ने बताया कि पार्टी के ऐसे अनेक मामले मिले हैं, जिन्हें वे सुप्रीम कोर्ट में पेश करेंगे। मालूम हो कि कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से ऐसे नाम देने को कहा है। सबकी नजर कोर्ट पर टिकी है।

 

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