वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन के आसन्न खतरों से सचेत और इसके समाधान के लिए बिहार में शुरू किए गए ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान के फायदों को हर हाल में धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि वह जल्द ही जल-जीवन-हरियाली अभियान यात्रा की शुरुआत करेंगे।
श्री कुमार ने मधुबनी जिले के जगदेव सलौता उच्च विद्यालय मैदान में मधुबनी एवं दरभंगा जिले के अधीन पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के अंतर्गत सात कार्यों शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुऐ कहा कि उनकी प्रतिबद्धता न्याय के साथ विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहने की रही है। न्याय के साथ विकास का अर्थ हर इलाके का विकास और समाज के हर तबके का उत्थान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाशिए के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए वह लगातार काम कर रहे हैं। समाज के सभी वर्गों अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह जब भी किसी योजना की शुरुआत करते हैं तो उसके बाद लोगों के बीच जाकर उसे जानने और समझने का प्रयास करते हैं। इससे उन्हें काम करने में सहुलियत होती है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही जल-जीवन-हरियाली अभियान यात्रा पर निकलेंगे।
श्री कुमार ने कहा कि वर्षा की अनिरंतरता जलवायु परिवर्तन का ही परिणाम है। इस वर्ष 13 जुलाई को सभी दलों के विधायकों एवं विधान पार्षदों की विधानसभा के सेंट्रल हॉल में जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न संकट विषय पर करीब आठ घंटे विस्तृत चर्चा हुई और सबने मिलकर इसके समाधान के लिए एकजुट प्रयास करने का निर्णय लिया। इसके तहत जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि यदि जल है हरियाली है तभी जीवन है। चाहे वह मनुष्य का हो, पशु-पक्षी का हो या फिर कोई जीव-जंतु का हो। इसलिए, राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत कर दी गई है।