एक बड़े चुनाव विशेषज्ञ का दावा, हिमाचल में हार रही BJP
हिमाचल प्रदेश में चुनाव संपन्न हो गया। इस बार कम मतदान हुआ। देश के एक बड़े चुनाव विशेषज्ञ का दावा, भाजपा हार रही हिमाचल। हार की वजह ये है-
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया। प्रदेश में 68 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। चुनाव विशेषज्ञ अभय कुमार दुबे ने एक यूट्यूब चैनल पर वरिष्ठ पत्रकार आनंद वर्धन सिंह से बात करते हुए तथ्यों के आधार पर दावा कि भाजपा वहां चुनाव हार रही है। दुबे ने कहा कि हिमाचल छोटा राज्य है। सिर्फ 55 लाख मतदाता हैं। सिर्फ एक सीट ऐसी है, जहां एक लाख से ज्यादा वोट हैं। शेष सभी क्षेत्रों में लाख से कम मतदाता हैं। इतने कम मतदाता होने के कारण बागी किसी की हार का कारण बन जाते हैं। कोई दो-चार हजार वोट भी काट ले, तो नतीजा बदल जाता है। इस बार भाजपा के 21 बागी प्रत्याशी हैं, जो भाजपा की हार का कारण बन सकता है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बागी प्रत्याशी को चुनाव नहीं लड़ने को लिए फोन किया था। इससे भी समझा जा सकता है कि बागी जीत-हार में कितना बड़ा कारक हैं।
प्रो. अभय दुबे ने कहा कि हिमाचल में भाजपा सरकार के खिलाफ लहर चल रही है। भाजपा के भीतर अंतरकलह काफी है। इसका असर पड़ेगा। वह कांग्रेस को प्लेट में सजाकर जीत सौंप रही है। हां, कांग्रेस प्लेट स्वीकार करेगी या नहीं, कहा नहीं जा सकता। अगर कांग्रेस हारी तो अपनी वजह से हारेगी।
दुबे ने बताया कि हिमाचल में ओल्ड पेंशन स्कीम बड़ा मुद्दा बन गया है। यह मुद्दा भी भाजपा के खिलाफ है। बेरोजगारी, सेब की कीमत आदि के साथ राज्य के मुद्दे हावी हैं। गुजरात में भी स्थानीय मुद्दे हावी हैं। वहां भी भाजपा सरकार के खिलाफ जन-भावना है। हिमाचल से एक फर्क है कि गुजरात में सरकार विरोधी भावना कांग्रेस और आप में बंट सकता है। हालांकि अभी चुनाव में वक्त है। वहां यह स्थिति बदल भी सकती है।
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