ईवीएम सुरक्षित होने के दावे पर पूर्व आईएएस ने उठाया सवाल
बिहार में पंचायत चुनाव भी ईवीएम से होनेवाले है। इस बीच पूर्व आईएएस अधिकारी ने ईवीएम के सुरक्षित होने के दावे परबड़ा सवाल उठा दिया है। जानिए क्या है सवाल।
कुमार अनिल
पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने एक बड़ा सवाल उठा दिया है। उन्होंने ईवीएम सुरक्षित होने के दावे पर सवाल उठाया है। उन्होंने लगातार ट्विट करके पूछा है कि अबतक कहा जा रहा था कि ईवीएम का हर सेट स्वतंत्र होता है, यह किसी बाहरी डिवाइस से जुड़ा नहीं होता है, इसलिए इसमें छेड़छाड़ संभव नहीं है। कन्नन गोपीनाथन ने सवाल उठाया है कि वीवीपीएटी के उपयोग के बाद अब यह नहीं कह सकते कि ईवीएम किसी बाहरी नेटवर्क या डिवाइस से नहीं जुड़ा है।
आज तक किसी ने नहीं देखा था ऐसा रेल रोको आंदोलन
कन्नन गोपीनाथन ने कहा है कि वीवीपीएटी के उपयोग का अर्थ है कि ईवीएम किसी लैपटॉप या सिंबल लोडिंग यूनिट (एसएलयू) से जुड़ा है। इस तरह अब यह दावा नहीं कर सकते कि ईवीएम के भीतर किसी तरह नहीं पहुंचा जा सकता।
वीवीपीएटी का प्रयोग 2013 से शुरू हुआ , ताकि चुनाव प्रक्रिया में जरूरत पड़ने पर वोटों का मिलान किया जा सके। कन्नन गोपीनाथन के सवालों को द वायर और द टेलिग्राफ ने भी विस्तार से प्रकाशित किया है। द वायर के अनुसार वीवीपीएटी का निर्माण चुनाव आयोग की देखरेख में भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड ने किया है। वह भी मानता है कि इसके संचालन के लिए लैपटॉप कंप्यूर या डेस्कटॉप पीसी की जरूरत पड़ती है।
कर्पूरी की पुण्यतिथि पर भी दिखा जदयू और राजद का फर्क
पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन के सवाल उठाते ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण की मांंग की है। दिग्विजय सिंह पहले भी ईवीएम के सुरक्षित होने पर सवाल उठाते रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में वे भोपाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा की प्रज्ञा ठाकुर से हार गए थे।