नौकरशाही डॉट कॉम को दस्तावेजी सुबूत मिला है जिसके मुताबिक बीजेपी सांसद की जमीन पर मॉल बनाने वाली कम्पनी के अकाउंट में सृजन महिला विकास समिति के अकाउंट से लाखो रुपये ट्रंस्फर हुए. हमारे सम्पादक इर्शादुल हक की एक्सक्लुसिव रिपोर्ट
यह रकम 6 दिसम्बर 2013 को ट्रांस्फर की गयी थी. उस रोज दो ट्रांजेक्शन के जरिये यह रकम ट्रांस्फर की गयी. दोनों ट्रांजेक्शन 6 लाख 56 हजार के हुए. यानी कुल 12 लाख 112 रुपये. सृजन का अकाउंट इंडियन बैंक के भागलपुर शाखा में है. सृजन का एकाउंट संख्या 822726685 है. सांसद की जमीन पर बन रहे मॉल और होटल का नाम 1st Mall & Hotel है. यह मॉल जीटीएम बिल्डर्स ऐंड प्रोमोटर्स प्रा.लि. बना रहा है. इसके अलावा जीटीएम के अन्य अकाउंट में भी लाखों रुपये सृज्न के अन्य खाते से डाले गये.
इस सिलसिले में बीते दिन एक खबर प्रभात खबर में छपी थी. जिसमें भागलपुर के रहने वाले और झारखंड से भाजपा सांसद को सृजन द्वारा फायदा पहुंचाने की बात लिखी है. इस खबर के प्रकाशन के बाद निशिकांत दुबे, जो गोड्डा से भाजपा सांसद हैं और भागलपुर के रहने वाले हैं, ने सोशल मीडिया पर अखबार की वह क्लिपंग अपलोड की थी. साथ ही लिखा था कि उनकी जमीन पर मॉल 2007 से बन रहा है. उसे जीटीएम बना रहा है. उन्होंने जीटीएम से कोई पैसा नहीं लिया है. उन्होंने लिखा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक सृजन के नाम पर मॉल में कोई शाप बुक नहीं है. जिन लोगों के ऊपर एफआईआर हुआ है उन्होंने चार दुकानें बुक कराई हैं. लेकिन अभी तक पूरा पैसा नहीं दिया है.
निशिकांत दुबे ने उक्त अखबार की पत्रकारिता को घटिया बताया था और उसके खिलाफ नोटिस भेजने की बात कही थी. सोशल मीडिया पर डाले गये इस पोस्ट को महज चंद घंटे में हटा लिया गया है. नकरशाही डॉट कॉम के पास उस पोस्ट की कापी है.
नौकरशाही डॉट कॉम यह कत्तई ऐलान नहीं कर रहा है कि निशिकांत दुबे को सृजन से लाभ मिला मिला या नहीं. लेकिन यह तथ्य है कि निशिकांत दुबे की जमीन पर ही मॉल बन रहा है. मॉल बनाने वाली कम्पनी जीटीएम ने सृजन की प्रमुख रही मनोरमा देवी( जिनकी मृत्यु फरवरी में हो गयी) के बेटे अमित कुमार को मॉल की दुकान का पैसा मांगने का सुबूत भी नौकरशाही डॉट कॉम के पास है. जीटीएम ने बाजाब्ता दो रिमाइंडर लेटर भेजा है. एक रिमाइंडर लेटर 17.7.2017 को भेजा गया है. इसमें मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार से शाप नम्बर जीएफ 23 के एवज 13 लाख रुपये चुकाने को कहा गया है.