भागलपुर प्रशासन ने तेजस्वी की गुरुवार को होने वाली सभा को रदद् करने का आदेश दिया है. बुधवार देर रात को नौकरशाही डॉट कॉम को यह सूचना मिली है.
इस आदेश के बाद तेजस्वी यादव ने नौकरशाही डॉट कॉम से बात करते हुए इसे तानाशाही भरा फैसला करार दिया और कहा है कि सीएम नीतीश कुमार राजद की बढ़ती लोकप्रियता से नर्वस हो गये हैं. उन्होंने कहा कि सृजन घोटाले का पोल खुलने की घबराहट में नीतीश जी ने लोकतंत्र विरोधी फैसला लिया है. वह हमारी अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलना चाहते हैं. लेकिन हम अपने बोलने की आजादी को किसी भी कीमत पर छिनने नहीं देंगे. तेजस्वी ने कहा कि जिला प्रशासन के कंधे पर बंदूक रख कर जो निशाना हम पे साधा गया है वह दाव उलटा पडेगा और भागलपुर व पूरे बिहार की जनता उन्हें सबक( नीतीश कुमार) सिखा के रहेगी.
गौरतलब है कि भागलपुर के सदर एसडीओ के आदेश में कहा गया है कि जिले में 17 से 19 अगस्त के बीच विषहरी पूजा व मेले का आयोजन होना है जिसके कारण मेले के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की जरूरत पड़ेगी. इस कारण सभा के आयोजन के दौरान पुलिस बल की कमी पड़ेगी लिहाजा यह सभा रद करने का आदेश दिया जाता है.
एसडीओ ने अपने आदेश में कहा है कि 1989 में विषहरी मेला के अवसर पर ही दंगा भडका था. ऐसे में कानून व्यवस्था का अनुपालन अनिवार्य है.
गौरतलब है कि जनादेश अपमान यात्रा के दूसरे चरण में तेजस्वी यादव भागलपुर में गुरुवार को 11 बजे सबौर के हाईस्कूल प्रांगन में सभा करने वाले थे. उन्होंने वहां सृजन घोटाले पर बात करने वाले थे.