FIR के बाद सांसत में रघुबर दास, कहीं जेल की हवा न खानी पड़ जाये
झारखंड चुनाव में अपमानजनक हार के बाद रघुबर दास की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं. पुलिस ने रघुबर पर, हेमंत सोरेन के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने पर एफआईआर दर्ज किया है.
रघुबर दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि जामताड़ा के एसपी अनुशमन कुमार ने की है. उन्होंने कहा है कि जांच के बाद मामला सही पाया गया और उसके बाद मिहिजाम थाने में रघुबर दास के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
काबिले जिक्र है कि झारखंड के मुख्यमंत्री बनने को प्रतीक्षारत हेमंत सोरने ने 19 दिसम्बर को कार्यवाहक मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ एससी-एसटी ऐक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस का कहना है कि मामले की तहकीकात के बाद पाया गया कि रघुबर दास ने जातिसूचक टिप्पणी की थी.
हेमंत ने दर्ज कराई थी FIR
हेमंत सोरन ने तब कहा था कि रघुबर दास ने उनकी जाति का नाम लेते हुए टिप्पणी की थी जिससे उनकी गरिमा को भारी ठेस पहुंची है.
हेमंत सोरेन ने कहा था, क्या किसी का आदिवासी परिवार में जन्म लेना अपराधा है. रघुबर दास की टिप्पणी से मुझे बहुत तकलीफ हुई है.
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राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है। राज्य की 81 सीटों में भाजपा को केवल 25 सीटों पर जीत मिली जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महगठबंधन को 47 सीटों पर सफलता मिली।
Soren ने क्यों कहा कि रघुबर दास हैं झूठा इन चीफ
साल 1995 से लगातार जमशेदपुर पूर्व सीट से विधायक रहे मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद इस बार जीत हासिल नहीं कर पाए। दास को उन्हीं के मंत्री सरयू राय ने मात दी, जो जमशेदपुर पश्चिम से टिकट न मिलने पर उनके खिलाफ निर्दलीय मैदान में कूद पड़े थे।
सरयू राय भी अब रघुबर दास के खिलाफ मैदान में आ डटे हैं. सरयू ने चुनौती देते हुए कहा है कि उन्होंने अब तक तीन मुख्यमंत्रियों को जेल भेजवाया है और अब बारी रघुबर दास की है. सरयू राय का दावा है कि रघुबर दास के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टचारा हुआ है और वह इन मामलों में रघुबर दास को किसी भी हाल में माफ नहीं करेंगे.