ड्राई स्टेट बिहार में जहरीली शराब से मचा मौत का तांडव
शराब पर पूर्ण प्रतिबंध का मजाक तो बिहार में हर रोज उड़ता है लेकिन पिछले 48 घंटे में मुजफ्फरपुर में शराब ने तांडव मचा दिया है.
मुजफ्फरपुर जिले 48 घंटे में पांच लोगों की मौत से पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। कटरा थाना के दरगाह टोले में बीती रात से अब तक कुल पांच लोगों की मौत शराब के सेवन से हो चुकी है.
मृतकों में से एक के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है.
गौरतलब है कि बिहार में शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है. ऐसे में जहरीली शराब के सेवन से मौतों की पुष्टि हो जाती है तो इसके लिए लोक प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकता.
पुलिस इस मामले में टालमटोल भी कर रही है क्यों कि संबंधित क्षेत्र में शराब के सेवन के लिए स्थानीय पुलिस पर भी कार्वाई होने की पूरी संभावना है. आपको याद दिला दें कि 2017 में वैशाली के राजापाकड़ में जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत हुई थी. तब वहां के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया था.
जहरीली शराब कांड में दो थानाध्यक्ष निलंबित
विनोद मांझी के शव का शुक्रवार को एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम भी कराया गया। प्रारंभिक जांच में उसकी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। इसी टोले में गुरुवार को एक दंपती के दाह संस्कार के बाद जहरीली शराब से मौत की बात सुर्खियों में आने पर रात में एसएसपी स्वयं अपनी टीम के साथ जांच करने गांव पहुंचे थे। लाइव हिंदुस्तान की खबर के अनुसार पुलिस टीम शराब से मौत की बात पुष्ट नहीं कर सकी। हालांकि शुक्रवार को जहरीली शराब के बिन्दु पर भी पुलिस ने जांच शुरू की।
इसी क्षेत्र में शुक्रवार को विनोद मांझी व अजय मांझी की मौत के साथ सोनल कुमार की मौत की भी जोरदार चर्चा जहरीली शराब के सेवन के कारण हो रही है लेकिन पुलिस ने इस बात की अब तक पुष्टि नहीं की है. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों में चर्चा है कि कुछ और लोग बीमार पड़े हैं और वे सब छुप कर इलाज करा रहे हैं.
हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय चौकीदार के बयान पर चार लोगों की मौत से संबंधित एफआईआर दर्ज करायी गयी है.
उधर एसपी जयंतकांत ने बताया है कि मौत के कारणों का पता अभी तक नहीं चल सका है. पुलिस जहरीली शराब के बिंदु पर भी जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
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