पूर्व IPS का दूसरा लेटर बम,नीतीश की करीबी मंजू वर्मा पर निशाना
हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोपी शिक्षा मंत्री रहे मेवा लाल की पत्नी के जल कर हुई मौत मामले में अपनी चिट्ठी से चर्चा में आये पूर्व IPS अफसर अमिताभ कुमार दास ने एक और लेटर बम फोड़ा है.
अमिताभ कुमार दास ने डीजीपी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्री मंडल की मंत्री रही मंजू वर्मा के चेरिया बरियारपुर थाना कांड संख्या 143/18 में स्पीडी ट्रायल किया जाये.
अमिताभ दास ने पत्र में लिखा है कि इस कांड के तहत तत्कालानी समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के घर से सीबीआई ने 50 जिंदा कारतूस बरामद किया था. वह इस मामले में चार्जशीटेड हैं.
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अमिताभ दास का कहना है कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल नहीं होने कारण मंजू वर्मा के खिलाफ दोष सिद्ध नहीं हो पा रहा है जिसके कारण वह चुनाव लड़ने को स्वतंत्र हैं.
गौरतलब है कि कानूनी शिकंजे कमजोर पड़ने के कारण ही इस बार विधान सभा चुनाव में मंजू वर्मा ने चुनाव भी लड़ा था. हालांकि वह हार गयी थीं.
अमिताभ कुमार दास ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंजू वर्मा के खिलाफ स्पीडी ट्रायल नहीं करना चाहते. अमिताभ दास ने डीजीपी बिहार को लिखा पत्र में मांग की है कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल किया जाये ताकि मंजू् वर्मा चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित हो सकें.
आप को याद दिला दें कि हाल ही में आईपीएस अमिताभ दास ने एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने आशंका जताई थी कि पिछले दिनों इस्तीफा दे चुके शिक्षा मंत्री मेवालाल के ऊपर नियुक्ति घोटाला का आरोप है. इसी दौरान 2019 में उनकी पत्नी की मौत जल कर हो गयी थी. उन्होंने आशंका जताई थी कि उनकी पत्नी इस घोटाले के राज को जानती थीं. उन्होंने इस मामले की जांच की भी मांग की थी. अमिताभ दास के पत्र सार्वजनिक होने के तीसरे दिन ही मेवा लालन को इस्तीफा देना पड़ा था.
तब मेवा लाल ने कहा था कि वह इस तरह के बेबुनियाद आरोप के खिलाफ अमिताभ दास को लीगल नोटिस भेजेंगे.