जोकीहाट में तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटों में खिंची सियासी तलवारें
अररिया जिले के जोकीहाट विधानसभा सीट पर तस्लीमुद्दीन परिवार का कब्ज़ा रहा है. लेकिन इस बार इस परिवार के दो बेटों में सियासी तलवारें खिंच गयी हैं.
दरअसल पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के छोटे बेटे शाहनवाज़ आलम (Shahnawaz Alam) अररिया जिले के जोकीहाट विधान सभा सीट से राजद विधायक हैं. लिहाज़ा उन्हें राष्ट्रीय जनता दल से फिर से टिकट कि उम्मीद थी. लेकिन पार्टी ने उनकी जगह उनके बड़े भाई सरफ़राज़ आलम (Sarfaraz Alam) को जोकीहाट से अपना उम्मेदवार घोषित कर दिया. इसके बाद दोनों भाई एक दुसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने कि तैय्यारी कर रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को दोनों भाईओं कि आपस कि लडाई से फायदा मिलने की उम्मीद है. बीजेपी ने जोकीहाट से रंजीत यादव को उम्मीदवार बनाया है। रंजीत यादव की भी राजनीतिक पृष्ट भूमि है। साथ ही उन्हें जोकीहाट विधानसभा से चुनाव लड़ने का अनुभव भी है।
तस्लीमुद्दीन के छोटे बेटे शाहनवाज़ राजद से टिकेट न मिलने पर नाराज़ बताये जाते हैं. वह चुनावी सभाओं में अपनी नाराजगी खुले आम जता रहे हैं।
अब स्थिति ये है कि टिकट से वंचित छोटा भाई शाहनवाज नाराज हैं। सभाएं आयोजित कर अपने समर्थकों के बीच अपना दर्द बयां कर रहे है। हालांकि उन्होंने अब तक अपना पत्ता नहीं खोला है। लेकिन समर्थकों से सलाह और सुझाव मांग कर चुनाव लड़ने का संकेत जरूर दे रहे हैं। अगर सुलह नहीं हुई तो चुनावी मैदान में दोनों भाई के आमने-सामने होने की पूरी संभावना है।
अब इस बात कि सम्भावना जताई जा रही है कि जोकीहाट से राष्ट्रीय जनता दल के वर्तमान विधायक एवं तस्लीमुद्दीन के छोटे बेटे शाहनवाज़ को AIMIM से टिकेट मिल सकता है. ऐसे में दोनों भाई एक दुसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े होंगे.