राजद के दो नेताओं ने आरोप लगाकर छोड़ दी पार्टी, कल जदयू का दामन थामेंगे
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दो नेता दशई चौधरी और मोहम्मद नेमतुल्लाह ने जदयू का दामन थामने जा रहे हैं. दोनों नेताओं को मंगलवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह पार्टी में शामिल कराएँगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री दशई चौधरी (Dasai Chaudhary) पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के दौर में केंद्रीय मंत्री रहे थे एवं राजद नेता थे. वही मोहम्मद नेमतुल्लाह (Md. Nematullah) राष्ट्रीय जनता दल के बरौली विधान सभा क्षेत्र से विधायक थे. दोनों नेताओं ने दल बदलने से पहले राजद के ऊपर कई आरोप लगाये हैं.
बरौली से विधायक रहे नेमतुल्लाह महागठबंधन से मुख्यमंत्री उम्मेदवार एवं राजद नेता तेजस्वी यादव के काफी करीबी माने जाते थे. वह फिर से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन राजद से टिकेट न मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया. उन्होंने राजद के ऊपर आरोप लगाया कि पार्टी में अल्पसंख्यकों का सम्मान नहीं होता है और (राजद में) पैसे वालों को तवज्जो दी जाती है. वही दशई चौधरी भी चुनाव लड़ना चाह रहे थे उन्होंने भी आरोप लगाया कि पार्टी में पैसे वालों को तवज्जो दी जाती है.
बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बटवारे के तेहत राष्ट्रीय जनता दल को 144 सीटें मिली थी वहीँ कांग्रेस को 70 और वाम दूलों को 29 सीटें दी गयी थी. राजद ने टिकेट बटवारे में युवा नेताओं, महिलाओं और उच्च जाति के उम्मीदवारों को टिकेट दिया है. पार्टी ने नेताओं को टिकेट देने में सामाजिक समीकरणों को तरजीह दी वहीं जीत सकने वाले युवा नेताओं को भी निराश नहीं किया है. ऐसे में कुछ पुराने राजद नेताओं को टिकेट नहीं मिलने की सम्भावना भी थी.
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राष्ट्रीय जनता दल ने विभिन्न वर्गों के प्रत्याशियों को टिकेट दिया है जिसमे पिछ़डा – 73 सीटें (51 प्रतिशत), अति पिछड़ा- 24 (51 प्रतिशत), अल्पसंख्यक-15 (11 प्रतिशत), सवर्ण- 13 (09 प्रतिशत), दलित- 14 (09 प्रतिशत), एसटी- 02(1.3 प्रतिशत), महिला- 17 सीटें (12 प्रतिशत) दी गयी है.